मंडी की कैंटीन से नहीं मिल रहा भोजन, 5 किमी दूर जाकर भूख मिटाते हैं किसान

मध्यप्रदेश | कंजना स्थित नवीन मंडी में किसानों की सुविधा को देखते हुए मंडी प्रशासन के द्वारा मंडी में कैंटीन का निर्माण कराया था जिससे कि किसानों को कैंटीन से खाना उपलब्ध हो सके और खाने की दर भी मंडी के द्वारा निर्धारित की गई थी जिसके अनुसार किसान को 5 रुपये देने पड़ते थे और उन्हें खाना मिल जाता था बाकी पैसों का भुगतान मंडी समिति के द्वारा किया जाता था लेकिन मंडी कमेटी में स्थित कैंटीन पिछले दो माह से बंद पड़ी हुई है जिसके चलते किसानों को खाना उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.

मिली जानकारी के मुताबिक कैंटीन का ठेका ठेकेदार को दिया गया था उसका कार्यकाल पूरा हो गया हेै जिसके चलते वह आगे कैंटीन नहीं चला रहा है पर मंडी के द्वारा अभी तक न तो नया टेंडर जारी किया गया और न ही ऐसी कोई व्यवस्था बनाई गई जिससे कि किसानों को खाना मिल सके वहीं अब मंडी के अधिकारी आचार संहिता का बहाना बनाते हुए नजर आ रहे हैं आचार संहिता लगे हुए अभी 15 दिन का समय भी नहीं गुजरा है जबकि कैंटीन पिछले दो माह से बंद है जैसे ही ठेकेदार का कार्यकाल पूरा हुआ था तभी दूसरा टेंडर जारी किया जाता तो अभी तक किसानों को पर्याप्त खाना मिलता और उन्हें परेशान नहीं होना पड़ता वहीं टेंडर खत्म होने के बाद ठेकेदार से चर्चा कर दो माह तक और भी कैंटीन संचालित कराई जा सकती थी लेकिन मंडी प्रशासन के द्वारा अभी तक प्रयास नहीं किए गए.
जहां यह कृषि उपज मंडी संचालित है वहां पर आसपास बाजार नहीं है पर यदि किसान को अच्छा खाना खाना है तो उसे अपनी ट्रैक्टर ट्राली मंडी में ही छोड़कर खाने के लिए लगभग 5 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा तब कहीं जाकर उसे अच्छा खाना मिल सकेगा क्योंकि मंडी के आसपास खाने के भोजनालय नहीं है इस संबंध में मण्डी सचिव से सम्पर्क किया तो उनसे सम्पर्क नहीं हुआ.
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