युवाओं ने उच्च शिक्षा के बाद नौकरी के पीछे भागने के बजाय मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा

हरिद्वार: उत्तराखंड के अलग-अलग गांवों से निकले युवाओं ने उच्च शिक्षा के बाद नौकरी के पीछे भागने के बजाय मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में कदम रखा. नौ युवा उद्यमियों का यह समूह हरिद्वार जिले के हल्लुमाजरा में काम कर रहा है. इसमें आईआईटी पास आउट छात्र भी हैं. बेहतर प्रबंधन के बूते अपने उत्पादों को बाजार में पहुंचाया है.
आमतौर पर उच्च शिक्षा के बाद युवा नौकरी की तलाश करते हैं. लेकिन इन नौ युवाओं ने उद्यम के क्षेत्र में अपनी स्किल को लगाया. 2020 में सोलानी एग्रो प्राईवेट लिमिटेड कंपनी बनाई. पढ़ाई के बाद परिवार ने नौकरी की तलाश के लिए जो जमा पूंजी उनके लिए रखी थी उससे युवाओं ने उद्यम शुरू किया. 1.20 लाख की पूंजी से उन्होंने काम शुरू किया. बटन मशरूम से शुरू हुआ यह सफर अब मशरूम के अचार तक पहुंचा है. युवाओं ने इसके लिए बाजार तलाशा. उद्यम शुरू करने से पहले प्रशिक्षण लिया. बाजार में कॉमर्शियल तौर पर उनके उत्पाद बिकने शुरू हो गए. हरिद्वार जिले के भगवानपुर तहसील के हल्लुमाजरा में उत्पादन शुरू किया. शुरूआत में पचास हजार रुपये का लाभ हुआ तो इन युवाओं का हौसला बढ़ा. ऑनलाइन भी वह अपने उत्पाद ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं.

कनखल स्थित जगद्गुरु आश्रम में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने जगद्गुर शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज से आशीर्वाद लिया. विधानसभा अध्यक्ष ने शंकराचार्य से धार्मिक और राजनीतिक विषयों पर चर्चा की.
इस मौके पर ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि प्रदेश विकास की सीढ़ी पर चढ़ रहा है. प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. छोटा प्रदेश है, धीरे-धीरे विकास हो रहा है. उन्होंने कहा कि लोग उत्तराखंड आने के लिए उत्सुक हैं.
इधर, खंडूड़ी ने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में पहुंचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी के अलावा निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी से आशीर्वाद लिया. उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
उन्होंने और राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं. श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने उन्हें मां मनसा देवी की चुनरी ओढ़ाकर और मां गंगा की मूर्ति भेंट कर आशीर्वाद दिया