शुभ मुहूर्त में ऐसे करें गोवर्धन पूजा, जाने संपूर्ण पूजा विधि

ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन गोवर्धन पूजा बेहद खास मानी जाती है जो कि हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। इस शुभ दिन पर लोग अपने घर के आंगन और घर के बाहर गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण के गाय के गोबर से मूर्ति तोड़ते हैं और उसकी पूजा करते हैं।

भगवान को अन्नकूट और कढ़ी चावल का भोग लगाया जाता है। इस वर्ष गोवर्धन पूजा का पर्व 14 नवंबर दिन यानि आज मनाया जा रहा है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख में गोवर्धन पूजा के सबसे शुभ महत्व के बारे में बता रहे हैं साथ ही अन्य जानकारी भी आपको प्रदान करेंगे।
गोवर्धन पूजा की संपूर्ण विधि—
बता दें कि गोवर्धन पूजा के दिन सुबह स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर शुभ उत्सव में गाय के गोबर से गिरिराज गोवर्धन पर्वत की चोटी और साथ में ही पशुधन और भगवान श्रीकृष्ण के भी चित्र देखें।
इसके बाद भगवान कृष्ण को दूध से स्नान कराकर उनकी पूजा करें। इसके बाद धूप सेंकने का भोग लगाएं। अंत में भगवान की आरती और मंत्रों का जाप करके पूजा में होने वाली भूल के लिए क्षमा याचना और भगवान से प्रार्थना करें। सिद्धांत यह है कि इस विधि से पूजा करने से साधक को श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
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