बैनामों में आठ करोड़ रुपये की स्टांप चोरी

चंडीगढ़: जिले की तहसीलों में स्टांप चोरी का मामला प्रकाश में आया है. अप्रैल 2023 से सितंबर तक जिलाधिकारी, निबंधन विभाग व तहसील स्तर पर 8.13 करोड़ रुपए की स्टांप चोरी पकड़ी गई है. इस मामले में 156 क्रेताओं के खिलाफ अलग-अलग न्यायालयों में मामला दर्ज किया गया है. इन्होंने स्टांप विक्रेताओं के तालमेल से निबंधन कार्यालयों में तथ्य छिपाकर भूमि की रजिस्ट्री कराई है.

महंगी संपत्तियों के बैनामों में खेल जिले के सभी सब रजिस्ट्रार कार्यालय पर हर माह करोड़ों के बैनामे किए जा रहे हैं. इनमें से सबसे महंगी संपत्तियों के बैनामों की जांच की जाती है. हर माह जिलाधिकारी बैनामों की, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व 25 बैनामों की और एआईजी प्रथम व द्वितीय 50-50 बैनामों की जांच करते हैं. अप्रैल 2023 से सितंबर तक डीएम स्तर से 29 बैनामों की जांच की गई, जिनमें दो बैनामों में ही 35.82 लाख रुपए की स्टांप चोरी पकड़ी गई. वहीं, एआईजी द्वितीय स्तर से इस अवधि में 319 बैनामों की जांच की गई, जिनमें 33 बैनामों में 2.73 करोड़ रुपए की स्टांप शुल्क चोरी पकड़ी गई है.