संड्री अर्निंग में पमरे ने 100 करोड़ से अधिक राजस्व पार किया

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल जबलपुर, भोपाल एवं कोटा तीनों मण्डलों पर संड्री से राजस्व बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। चालू वित्तीय वर्ष में अप्रैल से सितंबर माह तक कुल 103 करोड़ 57 लाख रूपये संड्री से ऑरिजनेटिंग राजस्व अर्जित की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 91 करोड़ 58 लाख रूपये की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है।

प्रथम छः माह में मण्डल स्तर पर संड्री रेवेन्यू परफॉरमेंस इस प्रकार है :-
जबलपुर मण्डल :- मण्डल को कुल रुपये 44.66 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त राजस्व रुपये 34.58 करोड़ से लगभग 29 प्रतिशत अधिक है।
भोपाल मण्डल :- मण्डल को कुल रुपये 30.80 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि में राजस्व रुपये 31.05 करोड़ प्राप्त किया।
कोटा मण्डल :- मण्डल को कुल रुपये 28.11 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त राजस्व रुपये 25.95 करोड़ से लगभग 08 प्रतिशत अधिक है।
उलेखनीय है कि संड्री यानि विविध राजस्व के अंतर्गत रेलवे भूमि का वाणिज्यिक उपयोग से प्राप्त होने वाली आय, निजी साइडिंग के अलावा वन विभाग और रक्षा विभाग को दी गई जमीन की लाइसेंस फीस, कॉनकोर को दी गई जमीन, पैंट्री कारों की ढुलाई लागत,लावारिस और क्षतिग्रस्त माल, अनुपयोगी राजस्व स्क्रैप, आवासीय भवन, रिटायरिंग रूम, विश्राम गृह, भवन निर्माण के लिए पट्टे पर दी गई भूमि, स्टेशनों/रेलवे परिसर में कार/स्कूटर/साईकिल पार्किंग, खानपान विभाग तथा विज्ञापन शुल्क और गैर किराया राजस्व की आय शामिल है।