राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने नर्सिंग कॉलेज, रिपन्स के 23वें ग्रेजुएशन और लैंप लाइटिंग समारोह की शोभा बढ़ाई


आइजोल: राज्यपाल डॉ. बीएससी का 23वां स्नातक एवं दीप प्रज्ज्वलन समारोह RIPANS की नर्सिंग आज वुडलैंड हिल्स, ज़ोनुअम में आयोजित की गई।
प्रारंभ में, राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने शपथ ग्रहण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ शामिल हुए नए नर्सिंग छात्रों को महान सेवाओं में अपना करियर जारी रखने के लिए बधाई दी। उन्होंने स्नातक होने वाले छात्रों को भी बधाई दी और उन्हें आगे के शानदार करियर की शुभकामनाएं दीं क्योंकि उन्होंने अपने दम पर आगे बढ़ना शुरू कर दिया है।
अपने संबोधन में, राज्यपाल ने दोहराया कि नर्सिंग और अन्य स्वास्थ्य सेवाएँ उन कौशलों में से हैं जो पूर्वोत्तर भारत के युवाओं को विशिष्ट रूप से प्राप्त हैं। उन्होंने देश और विदेश में नर्सिंग स्नातकों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर डिग्री और डिप्लोमा धारकों के लिए उपलब्ध महान अवसरों पर प्रकाश डाला। इस संबंध में, उन्होंने RIPANS द्वारा लगातार हासिल किए जा रहे सफल प्लेसमेंट रिकॉर्ड की सराहना की। उन्होंने युवाओं को नर्सिंग और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में कौशल प्रदान करके पूर्वोत्तर में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए RIPANS की सराहना की।
राज्यपाल का पूरा भाषण: https://dipr.mizoram.gov.in/post/speech-of-dr-hari-boo-kambhampati-honble-governor-of-mizoram-on-the-occasion-of-lamp-lighting -और-19-अक्टूबर-2 को वुडलैंड-हिल्स-ज़ोनुआम-में-बीएससी-नर्सिंग-रिपन्स-का स्नातक समारोह
कार्यक्रम की शुरुआत रिपांस के निदेशक प्रोफेसर संजय डी सावंत के स्वागत भाषण और रिपांस की कार्यप्रणाली के संक्षिप्त परिचय के साथ हुई। यह प्रथम सेमेस्टर (नए छात्रों) द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और शपथ ग्रहण के साथ जारी रहा। सिनॉड अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक पाई सी. थानखुमी ने कार्यवाही का संचालन किया। नर्सिंग कॉलेज, रिपांस की प्रिंसिपल, पी लालफामकिमी ने कॉलेज ऑफ नर्सिंग, रिपांस के कार्यक्रमों, पाठ्यक्रमों और उपलब्धियों पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट दी। इसके बाद प्रशस्ति पत्र और प्रवीणता पुरस्कारों का वितरण किया गया। स्नातक छात्रों को रिपंस के निदेशक प्रोफेसर संजय डी सावंत से प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुए। जबकि मेधावी छात्रों को राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति से दक्षता पुरस्कार प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की आयोजन समिति के संयोजक पी लालदीनपुई सेलो के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।