कांग्रेस विश्वासघातियों की कर रही पहचान

कईयों पर कार्रवाई

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में दो चरणों में सभी सीटों पर मतदान हो चुका है। प्रदेश कांग्रेस ने बगावत करने वाले नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की है। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के दौरान भितरघात करने वाले नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के साथ-साथ नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान भितरघात करने वाले नेताओं पर सख्त कार्रवाई की है। पार्टी ने कुछ को बाहर का रास्ता दिखाया है, तो कुछ से नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी व अन्य दलों से चुनाव लडऩे वालों को पार्टी से छह साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया है।
कांग्रेस ने बस्तर में पूर्व महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष कमल झज्ज, विक्रम शर्मा को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित किया है। वहीं, निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले अनूप नाग को भी 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इसके अलावा पुष्पा पाटले, तारकेश्वर गाभेल और त्रिलोक श्रीवास को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है। पार्टी करीब दो दर्जन से ज्यादा बागी नेताओं पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने दावा किया है कि कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले नेताओं से पार्टी को तो कोई नुकसान नहीं होगा। पार्टी तो किसी एक को ही टिकट देगी, लेकिन बाकी लोगों को मिलकर पार्टी के लिए काम करना चाहिए। अगर कोई पार्टी के विरोध में जाकर चुनाव लड़ेगा, तो कार्रवाई तो होगी ही। इससे पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस जीतकर आ रही है। पार्टी के पास और भी शिकायतें आई हैं।
जांच के बाद दोषी पाए जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। प्रभारी शैलेजा ने की वन-टू-वन चर्चा बीते शनिवार और रविवार को कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने दो दिन तक प्रदेश के सभी कांग्रेस प्रत्याशियों से वन-टू-वन चर्चा की थी। विधायकों से भी चुनाव की स्थिति की टोह लेती रहीं। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक शैलजा ने सीधे-सीधे पूछा है कि क्या आप चुनाव जीत रहे हैं? जीत रहे हैं तो जीत का अंतर क्या होगा? अगर हार गए तो किसकी वजह से हारेंगे? किसने साथ दिया, किसने नहीं दिया? कुछ प्रत्याशियों ने शैलजा को भितरघात करने वालों की नाम के साथ शिकायत की है। पार्टी सूत्रों के अनुसार 30 फीसदी सीटों पर बागियों ने पार्टी के विरोध में प्रचार-प्रसार व अन्य गतिविधियां की हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। पार्टी ने अब तक 25 से अधिक विधानसभा सीटों पर भितरघात करने वाले करीब 50 नेताओं पर निष्कासन, निलंबन व अन्य कार्रवाई की है। वहीं आधा दर्जन से अधिक नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया।