रिटायर सीओ, इंस्पेक्टर दरोगा के खिलाफ केस

इलाहाबाद: मनमाफिक थाने का चार्ज पाने के लिए लेनदेन का ऑडियो वायरल होने के मामले में छह साल बाद रिटायर सीओ, इंस्पेक्टर और एक उपनिरीक्षक (मिनिस्टीरीयल) पर मुकदमा दर्ज हुआ है. भ्रष्टाचार निवारण संगठन की फैजाबाद इकाई ने प्रयागराज इकाई में मुकदमा दर्ज कराया है.
2017 में खुल्दाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह और गोपनीय कार्यालय में तैनात दारोगा सुनील राय के बीच हंडिया थाने का चार्ज दिलाने को लेकर लेनदेन की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था. मामला सुर्खियों में आने के बाद इसकी जांच तत्कालीन एसपी प्रतापगढ़ शगुन गौतम को सौंपी गई थी. एसपी की जांच में मामला सही पाया गया. निरीक्षक संजय सिंह, तत्कालीन निरीक्षक गोपनीय देशराज सिंह प्रजापति, उपनिरीक्षक गोपनीय सुनील कुमार राय के बीच थाने का प्रभार दिलाने को लेकर पैसों का लेनदेन हुआ है. इस पर मामला भ्रष्टाचार निवारण संगठन को स्थानांतरित कर दिया गया.
फैजाबाद इकाई को जांच दी गई. ऑडियो की विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ में जांच कराई गई. जांच में ऑडियो सही पाया गया. इस पर फैजाबाद इकाई की इंस्पेक्टर अनुराधा की तहरीर पर प्रयागराज इकाई में तत्कालीन इंस्पेक्टर गोपनीय देशराज सिंह प्रजापति, प्रभारी निरीक्षक खुल्दाबाद संजय सिंह, उपनिरीक्षक गोपनीय सुनील कुमार राय के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

इस मामले में आरोपी तत्कालीन निरीक्षक गोपनीय देशराज सिंह प्रजापति मूलरूप से कुम्हारन का पुरवा, पोस्ट मोहम्मदपुर गौती थाना सुल्तानपुर घोष जनपद फतेहपुर के रहने वाले हैं. वह पुलिस उपाधीक्षक गोपनीय के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं. वहीं तत्कालीन थाना प्रभारी खुल्दाबाद रहे संजय सिंह मूलरूप से बरहनी थाना कन्धवा, चंदौली के रहने वाले हैं. वर्तमान में उनकी नियुक्ति पुलिस लाइन जनपद अमेठी में है. सुनील कुमार राय तत्कालीन उपनिरीक्षक गोपनीय निवासी सिमरी थाना सिमरी बक्सर, बिहार के रहने वाले हैं. वर्तमान में उनकी नियुक्ति उपनिरीक्षक गोपनीय अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, जनपद प्रतापगढ़ में है. बताया जा रहा है कि 50 हजार रुपये मनमाफिक थाने का चार्ज देने की बात हुई थी.