गाजियाबाद में छह माह के भीतर हर्बल पार्क बनाने की तैयारी

गाजियाबाद: जनपद में छह माह के भीतर हर्बल पार्क बनाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए जगह चिह्नित की जा रही है. पार्क में 100 से अधिक औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों को तैयार कर प्राधिकरण कमाई भी करेगा.
जीडीए औषधीय पौधों को तैयार करने के लिए हर्बल पार्क विकसित करने की योजना बना रहा है. यह पार्क मधुबन बापूधाम या इंदप्रस्थ में बनाया जा सकता है. हालांकि पूर्व में भी मधुबन बापूधाम में इस पार्क को बनाने की योजना बनी थी, लेकिन वह परवान नहीं चढ़ सकी. जीडीए अधिकारी बताते हैं कि इस बार हर्बल पार्क पांच एकड़ में विकसित करने की योजना है. इसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है. हो सकता है कि इन दोनों योजनाओं में तैयार होने वाले पार्कों में से ही किसी का चयन हर्बल पार्क बनाने के लिए कर लिया जाए. हालांकि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है. इस पार्क में 100 से अधिक औषधीय पौधे लगाए जा सके. साथ ही यहां इन पौधों की पौध भी तैयार की जाएगी, ताकि लोगों को जरूरत के अनुसार दी जा सके. जीडीए अधिकारी बताते हैं कि इसे तैयार कर जल्द ही काम शुरू करने की योजना है. इससे लोगों को किसी भी औषधीय पौधे के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. वह प्राधिकरण के हर्बल पार्क से उसे खरीद सकेंगे. इससे लोगों को काफी फायदा होगा.

ये पौधे लगाए जाएंगे
पार्क में 100 से अधिक प्रजातियों के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. इन जड़ी बूटियों वाले पौधे देसी दवाइयां बनाई जाती है. पार्क में आवला, तुलसी, मोरिंगा, एलोवेरा, नीम, करी पत्ता, पुदीना, अजवाइन, लेमनग्रास, हल्दी, बेंग साग, ब्राम्ही, भुईनीम, अडूसा, सहिजन, हडजोरा, बेलपत, अशुंगधा, पीपल, अर्जुन, नागकेसर, अश्वगंधा आदि के पौधे लगाए जाएंगे.
पार्क में होगा पुस्तकालय
जीडीए अधिकारी के अनुसार इस पार्क में एक पुस्तकालय बनाने की योजना है. इस पुस्तकालय में औषधीय पौधों से संबंधित पुस्तकें रखी जाएगी. इन पुस्तकों को लोग यहां आकर पढ़ सकेंगे और खरीद भी सकेंगे. इन पुस्तकों से लोगों को औषधीय पौधों की जानकारी दी जाएगी.
जिले में हर्बल पार्क बनाने की योजना है. इसमें 100 से अधिक औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. इस पर काम चल रहा है. जल्द ही जमीन चिह्नित कर यह तैयार हो सकता है. -मानवेंद्र सिंह, प्रभारी, मुख्य अभियंता, जीडीए