गोरखपुर ताऊ की जमीन बेचने वाली महिला गिरफ्तार

उत्तरप्रदेश ; सिविल लाइंस पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से ताऊ की जमीन बेचकर लाखों रुपये ऐंठने वाली महिला को गिरफ्तार किया है. आरोपी शांति देवी ने खुद को अविवाहिता ताऊ की बेटी बताकर जमीन का बैनामा करा दिया था. आरोपी महिला के सगे भाई की तहरीर पर सिविल लाइंस पुलिस ने केस दर्ज किया था.एसएचओ सिविल लाइंस आरपी शर्मा ने बताया कि बीते 6 मार्च को चक्कर की मिलक निवासी कलुआ ने संभल के नखासा थाना क्षेत्र के नीम वाली बस्ती निवासी अपनी सगी बहन शांति देवी पत्नी विक्की के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था.

दर्ज रिपोर्ट में कलुआ ने बताया था कि उसके दादा पूरन सिंह के तीन बेटे सूखाराम उर्फ सूखा, नन्हे सिंह और जबर सिंह थे. नन्हे सिंह की तीन संतान हैं. जिसमें शांति देवी, कलुआ और ननुआ हैं. जिसमें ननुआ की मृत्यु हो चुकी है. जबर सिंह के दो बेटे और दो बेटियां हैं. कलुआ ने बताया कि उसके ताऊ सूखाराम अविवाहित थे.
वह पिछले चार साल से लापता हैं. आरोप लगाया कि सगी बहन शांतिदेवी ने खुद को सूखाराम की बेटी दर्शाकर अमरोहा नगर पालिका परिषद से ताऊ सूखाराम का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया. जबकि ताऊ पिछले चार साल से लापता हैं. उनकी मृत्यु की कोई पुष्टि नहीं हुई है. इसके बाद फर्जी दस्तावेजों की मदद से शांति देवी ने ताऊ के हिस्से की जमीन जमीन बेच दी. एसएचओ ने बताया कि तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी थी. रामगंगा विहार चौकी प्रभारी राजवेन्दर कौर को सौंपी गई थी. एसआई राजवेन्दर कौर ने आरोपी महिला शांति देवी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से जेल भेज दिया.
हेपेटाइटिस के मरीजों को दवा मिलनी शुरू
दिवाली से पहले हेपेटाइटिस से मरीजों को इलाज के लिए दवा का तोहफा मिला. अरसे बाद लखनऊ स्थित कार्पोरेशन से हेपेटाइटिस की दवा जिला अस्पताल में उपलब्ध हुई. अस्पताल के ब्लड बैंक काउंसलर अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की. लंबे समय से जिला अस्पताल में बना रहा हेपेटाइटिस की दवा का संकट खत्म हो गया. लंबे अरसे से दवा की आपूर्ति न होने से अस्पताल में इसका स्टॉक काफी कम पड़ जाने के चलते नए मरीजों को दवा देना रोक दिया गया था. दवा मिलने से अब हेपेटाइटिस के सभी मरीजों का इलाज सुचारू रूप से हो सकेगा
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