पीएम मोदी को ‘पनौती’ बोल क्या फंस गए राहुल गांधी? पुलिस से शिकायत

जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं, मामले में मंगलवार (21 नवंबर) को एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की वकील विनीत जिंदल ने की है। फिलहाल, इस मामले में दिल्ली पुलिस में फिलहाल शिकायत दर्ज करा दी है। मालूम हो कि राहुल गांधी ने मंगलवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जालौर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को पनौती कहा था।

इससे पहले कांग्रेस सांसद के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई थी और उनसे माफीं मांगने को कहा था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘पनौती मोदी’ कहने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना की और उनकी टिप्पणी को ‘शर्मनाक एवं अपमानजनक’ करार देते हुए उनसे माफी की मांग की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने राजस्थान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुये कहा कि ‘ पीएम का मतलब पनौती मोदी’ है। क्रिकेट विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने दुर्भाग्य से जुड़े इस शब्द (पनौती) का इस्तेमाल किया। मैच में भारत की हार के बाद से सोशल मीडिया पर ‘पनौती’ शब्द ट्रेंड कर रहा है।
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में गांधी की टिप्पणी, ‘शर्मनाक, निंदनीय और अपमानजनक’ है। प्रसाद ने कहा, ”उन्होंने अपना असली रंग दिखा दिया है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनकी मां सोनिया गांधी द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहे जाने के बाद कांग्रेस गुजरात में कैसे डूब गई थी।”
कांग्रेस नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ”मैं प्रधानमंत्री के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं।” भाजपा नेता ने दावा किया कि गांधी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की आसन्न हार को देखते हुए हताशा में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। अन्यथा हम इस मुद्दे को बहुत गंभीर बना देंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने मोदी के खिलाफ अपनी टिप्पणी से अपना असली रंग दिखा दिया है कि उनकी हैसियत और समझ क्या है?
राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बालोतरा के बायतू में रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी लोगों का ध्यान भटकाते हैं, जबकि उद्योगपति अडानी उनकी (लोगों की) जेब काटते हैं। राहुल ने कहा कि मोदी टीवी पर आते हैं और ‘हिंदू-मुस्लिम’ करते हैं और कभी-कभी क्रिकेट मैच में चले जाते हैं। उन्होंने कहा, ”वो अलग बात है कि हरवा दिया… पनौती”। कांग्रेस नेता ने कहा, ”पीएम मतलब पनौती मोदी।”
राहुल की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ दिन पहले परोक्ष रूप से उन्हें (राहुल) ‘मूर्खों का सरदार’ कहकर संबोधित किए जाने के बाद आई है। कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी टिप्पणी ‘हताशा और मानसिक अस्थिरता’ का संकेत है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”यह विडंबना या पाखंड से भी ज्यादा है। 55 साल का एक व्यक्ति जिसने अपने जीवन में एक दिन भी काम नहीं किया, जिसके परिवार ने अपने भ्रष्टाचार से दशकों तक परजीवियों की तरह देश का शोषण किया और जिसकी सरकार ने खोए हुए दशक में देश को आर्थिक रूप से बर्बाद कर दिया।”
उन्होंने कहा कि इसका कारण यह है कि मोदी कांग्रेस के ‘बदमाशों’ के लिए, भारत के दुश्मनों और आतंकवादियों के लिए बुरे सपने की तरह हैं। उन्होंने कहा, ”अन्य सभी के लिए, वह दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता हैं, जिनके अनुभव, कड़ी मेहनत, दूरदृष्टि ने लोगों के जीवन को बदल दिया है, हमारी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया है और पूरे भारत और दुनिया में सम्मान अर्जित किया है। सिलिकॉन वैली से हमारे गांवों तक, तकनीक से लेकर किसानों तक।”