बाल विवाह रोकने का अभियान शुरू

नोएडा: बाल विवाह अभी भी समाज के लिए अभिशाप बना हुआ है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आज भी बाल विवाह को तरजीह दी जा रही है. ऐसे में अब इसकी रोकथाम के लिए बच्चे और बच्चियों को जागरूक किया जा रहा है. स्कूल से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक अभिभावकों को बाल विवाह मुक्त भारत की शपथ दिलाई जाएगी. से इसकी शुरुआत हो गई.
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को लेकर शासन से आदेश मिले हैं. इसके तहत हर घर शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग एक साथ मिलकर अभियान चलाएंगे. स्कूलों में अभिभावकों को बुलाकर बाल विवाह मुक्त भारत की शपथ दिलाई जाएगी. इसी तरह गांव-गांव व घर-घर जाकर अभिभावकों को इसके नुकसान और शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक किया जाएगा. बालिकाओं के सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की दिशा में यह अभियान शुरू किया गया है. इसी के तहत राजकीय हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों के साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बाल-विवाह न करने की शपथ दिलाई गई.

बेटों से ज्यादा बेटियों की हो रही कम उम्र में शादी
अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में बेटों से ज्यादा बेटियों की शादी की जा रही है. बेटियों की 10 वर्ष से 14 और 15 से वर्ष की उम्र के बीच ही विवाह कर दिए जाते हैं. अभिभावकों की इसी हट के कारण आज जिले में करीब 88 बेटियां जिले में पढ़ाई लिखाई की उम्र में विधवा का जीवन जीने को मजबूर हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग आज भी बेटियों को शिक्षित करने में विश्वास नहीं रखते.