सपा-कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर मंथन

उत्तरप्रदेश | इंडिया गठबंधन अब यूपी में सीट बटवारे को लेकर शुरूआती कदम उठाने जा रहा है. इसके तहत यूपी में गठबंधन की मुख्य घटक समाजवादी पार्टी कांग्रेस की सीटों को उसकी वास्तविक मांग को जानना चाहती है. इस बीच सपा नवरात्र में अपनी वीआईपी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर सकती है.
चूंकि सपा में मुलायम परिवार से जुड़े सदस्यों में कम से कम छह का फिर से चुनाव लड़ना तय सा है, इसलिए सपा चाहती है कि कांग्रेस भी समय रहते अपने जनाधार या प्रभाव वाली सीटे बता दे ताकि सपा उस पर गौर कर फैसला ले सके. सूत्रों के मुताबिक सीटें भले ही अभी घोषित न हों लेकिन सपा, रालोद व कांग्रेस में मोटे तौर पर यह तय हो जाए कि किसको कौन सीट सीट मिलनी है. ताकि संबंधित दल अपने हिस्से में आने वाली सीटों पर प्रत्याशियों पर विचार कर सकें. वैसे भी अगले महीने विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तो सपा कांग्रेस को सीट वितरण को लेकर जल्द निर्णय लेना होगा. वैसे कांग्रेस 25 से 30 से सीट लड़ने की चाहती रखती है. जब कांग्रेस अपने आधार वाली 30 सीटों के नाम बताएगी तो उसमें कई सीटे सपा के प्रभाव वाली भी होंगी. ऐसे में इस पर अभी काफी विचार मंथन होना है.

जनता को 2024 के चुनाव का इंतजार अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की सरकार में मजबूती से भ्रष्टाचार ने जड़े जमा ली हैं. भाजपा सरकार को जनता की तकलीफ और बीमारी लाचारी से कोई सरोकार नहीं है. वह तो बस पूंजीपतियों के हितों की रक्षा कर रही है. जनता को भी अब सन् 2024 के लोकसभा चुनाव का इंतजार है जब वह अपने मताधिकार से भाजपा को सत्ता से हटाएगी.