राजस्थान के चुनावी रण में अब सक्रिय दिखेंगे हरियाणा के दिग्गज

चंडीगढ़। राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब हरियाणा के राजनेता भी दीपावली पर्व के बाद पड़ोसी राज्य राजस्थान में सक्रिय नजर आएंगे। इस कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, बिजली एवं जेल मंत्री चौ. रणजीत सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला, हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, भारतीय जनता पार्टी राजस्थान के चुनाव सह-प्रभारी कुलदीप बिश्नोई, इनैलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला व तोशा की पूर्व विधायक किरण चौधरी सहित अनेक बड़े नेता राजस्थान में प्रचार करते हुए नजर आएंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के अलावा नवंबर माह में ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम एवं तेलंगाना जैसे राज्यों में भी चुनाव प्रस्तावित हैं। इन चुनावों को लेकर तमाम राजनीतिक दल जोर-आजमाइश में जुटे हुए हैं। विशेषकर पड़ौसी राज्य राजस्थान के विधानसभा चुनाव पर हरियाणा के भी राजनीतिक विश्लेशकों की विशेष तौर पर नजरें लगी हुई हैं।

खास पहलू यह है कि हरियाणा का प्रभावी क्षेत्रीय दल जननायक जनता पार्टी तो राजस्थान की 20 विधानसभा सीटों पर चुनावी ताल ठोक रही है। इसी तरह से कांग्रेस की ओर से राजस्थान चुनाव के लिए पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई को भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में चुनाव सह-प्रभारी लगाया है, तो इसी तरह से कांग्रेस ने तोशाम की विधायक किरण चौधरी को राजस्थान में समन्वयक नियुक्त किया हुआ है, जबकि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा व रणदीप सिंह सुर्जेवाला छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान में जुटे हैं वे इस प्रचार के समाप्त होते ही 15 नवंबर के बाद राजस्थान में चुनाव प्रचार करते हुए नजर आएंगे। उल्लेखनीय है कि कुमारी सैलजा व सुर्जेवाला छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी होने के नाते लंबे समय से इन्हीं प्रदेशों में डेरा डाले हुए हैं। छत्तीसगढ़ में 7 नवंबर को प्रथम चरण का मतदान हो चुका है और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। इसी प्रकार से मध्यप्रदेश में भी 17 नवंबर को चुनाव होने हैं और 15 नवंबर तक दोनों राज्यों में प्रचार बंद हो जाएगा। ऐसे में 15 नवंबर के बाद कांग्रेस के ये बड़े नेता भी राजस्थान में एक्टिव नजर आएंगे।
राजस्थान के चुनावों को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शुमार हैं। दीपावली व भैया दूज के बाद मनोहर लाल खट्टर राजस्थान में पार्टी के लिए विभिन्न सीटों पर प्रचार करेंगे। इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं वर्तमान में राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ भी राजस्थान में प्रचार करते हुए नजर आएंगे। 13 व 14 नवंबर को धनखड़ मध्यप्रदेश में प्रचार करेंगे और 15 नवंबर से धनखड़ 23 नवंबर तक लगातार राजस्थान में रहेंगे और इस दौरान वे 7 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। हरियाणा सरकार में बिजली व जेल मंत्री चौ. रणजीत सिंह भी 15 नवंबर से राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में प्रचार करते हुए नजर आएंगे। चौ. रणजीत सिंह 15 नवंबर को सादुलपुर एवं श्रीगंगानगर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में जनसंपर्क अभियान की शुरूआत करेंगे और उसके बाद अन्य विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। भारतीय जनता पार्टी की ओर से हिसार व भिवानी के पूर्व सांसद कुलदीप बिश्रोई को राजस्था में चुनाव सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है और वे लगातार राजस्थान में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। टिकटों की सूची फाइनल होने के बाद अब एक बार फिर से त्यौहारी सीजन के बाद कुलदीप बिश्रोई चुनावों तक राजस्थान में ही सक्रिय रहेंगे। खास बात यह है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार कुलदीप बिश्रोई अपने 9 समर्थकों को टिकट दिलाने में भी कामयाब हुए हैं। इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरियाणा के कुछ मंत्रियों व सांसदों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी 15 नवंबर से ही राजस्थान चुनाव में सक्रिय नजर आएंगे। अभी कुछ दिन पहले ही हुड्डा सहित पांच नेताओं को कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने राजस्थान चुनाव के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। अब विशेष पर्यवेक्षक के नाते हुड्डा अपनी पूरी टीम के साथ राजस्थान की विभिन्न सीटों पर प्रचार करते हुए नजर आएंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव कुमारी सैलजा छत्तीसगढ़ की भी प्रभारी हैं। छत्तीसगढ़ में 17 नवंबर को मतदान हैं और प्रचार 15 नवंबर को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में कुमारी सैलजा भी प्रभारी के नाते 15 नवंबर तक छत्तीसगढ़ में व्यस्त रहेंगी तो इसके बाद वे राजस्थान में प्रचार करेंंगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रणदीप सिंह सुर्जेवाला मध्यप्रदेश के भी प्रभारी हैं। मध्यप्रदेश में 15 नवंबर को प्रचार खत्म होने के बाद वे भी राजस्थान में सक्रिय हो जाएंगे। तोशाम की पूर्व विधायक किरण चौधरी को कांग्रेस ने राजस्थान चुनाव के लिए समन्वयक की जिम्मेदारी दी है। अब समन्वयक के नाते वे लगातार वहां पर सक्रिय रही हैं और अब दीपावली के बाद एक बार फिर से 23 नवंबर तक राजस्थान में ही डेरा डालेंगी।
इसी तरह से हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा जननायक जनता पार्टी राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भी ताल ठोक रही है। जननायक जनता पार्टी ने 25 सीटों पर अपनी उम्मीदवार उतारे थे, मगर किन्हीं कारणों से 5 प्रत्याशियों के चुनाव न लडऩे की स्थिति में अब जजपा के 20 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। राजस्थान में पहली बार अपनी किस्मत आजमा रही जजपा की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला, हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला, बाढड़ा की विधायक नैना चौटाला व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष स. निशान सिंह सहित पार्टी के कई विधायक एवं वरिष्ठ नेता लगातार राजस्थान में सक्रिय हैं। अब एक बार फिर से त्यौहारी सीजन समाप्त होने के बाद जननायक जनता पार्टी के ये बड़े चेहरे राजस्थान चुनाव में सक्रिय नजर आएंगे। इसके अलावा जननायक जनता पार्टी ने अपने तमाम पदाधिकारियों की ड्यूटी भी राजस्थान चुनाव को लेकर लगाई है।
आने वाले दिनों में इंडियन नैशनल लोकदल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला भी राजस्थान के विधानसभा चुनाव में सक्रिय नजर आएंगे। वे हरियाणा के सिरसा जिला के साथ लगती भादरा एवंं संगरिया विधानसभा सीटों पर प्रचार करेंगे। अभय सिंह चौटाला पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वे भादरा विधानसभा क्षेत्र से कामरेड बलवान पूनिया के पक्ष में प्रचार करेंगे। बलवान पूनिया माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी हैं और किसान आंदोलन के दौरान बलवान पूनिया ने अभय सिंह चौटाला का समर्थन किया था। इसी तरह से अभय चौटाला संगरिया विधानसभा सीट से आजाद उम्मीदवार गुलाब सिंवर के पक्ष में भी प्रचार करेंगे। वे 15 नवंबर से राजस्थान चुनाव में सक्रिय हो जाएंगे। खास बात ये है कि संगरिया व भादरा सीटों पर पार्टी की ओर से अपने पदाधिकारियों की भी जिम्मेदारी लगाई गई है। खास पहलू यह है कि अभय सिंह के साले अभिषेक मटोरिया नोहर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार अभय सिंह चौटाला स्वयं अपने साले मटोरिया के लिए प्रचार नहीं करेंगे, वहीं अन्य पारिवारिक सदस्य प्रचार के लिए नोहर जा सकते हैं। पी ले राजनीति की रस तू घोंटकर, 17 नवंबर को तू वोटकर, वोटकर, वोटकर