अतीक का करीबी मोहम्मद नफीस एनकाउन्टर में गिरफ्तार

लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में फरार 50 हजार के इनामी नफीस को पुलिस ने एनकाउन्टर में गिरफ्तार किया है। चार्टर्ड अकाउंटेंट से मंगलवार को घंटों पूछताछ हुई। कमिश्नरेट पुलिस की टास्क फोर्स ने उससे नफीस का आयकर विवरण मांगा और आय के स्रोत के संबंध में जानकारी हासिल की। पूछा कि रेस्टाेरेंट के अलावा उसकी कमाई के अन्य कौन से साधन थे। वही कुछ सूत्रों का मानना है कि मोहम्मद नफीस की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस मामलें की आधिकारिक पुष्टि जनता से रिश्ता नहीं करता है।

नफीस करेली में कार्यालय चलाने वाले एक सीए से अपना आयकर रिटर्न फाइल करवाता था। यह सीए कई प्रॉपर्टी डीलरों का भी आयकर रिटर्न भरते हैं। पुलिस ने मंगलवार को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया। इसके पहले ही उन्हें कहा गया था कि वह पिछले वर्षों में फाइल किए गए नफीस के आयकर रिटर्न विवरण के साथ पेश हाें।
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उमेश पाल हत्याकांड में कार मुहैया कराने का आरोपी 50 हज़ार के इनामी नफ़ीस बिरयानी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
नवाबगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने चेकिंग लगाई थी नफ़ीस और उसके साथी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी जवाबी फायरिंग में नफ़ीस के पैर में गोली लगी है अभी साथी फरार है pic.twitter.com/VLSwCzfgkR— Shashank Mishra (@shashankjournal) November 22, 2023
टास्क फोर्स के अफसरों ने सीए से नफीस के कारोबार व उसकी आय के संबंध में जानकारी हासिल की। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पता चला कि वह कई लाख रुपये आयकर के रूप में अदा करता था। सीए से यह भी पूछा गया कि रेस्टोरेंट के अलावा नफीस के पास अन्य किन स्रोतों से पैसा आता था। टास्क फोर्स में तैनात पुलिस अफसर देर रात तक सीए से पूछताछ में जुटे रहे। नफीस की संपत्तियों के बारे में भी पूछा।
गुलाबबाड़ी खुल्दाबाद के रहने वाले नफीस से अतीक के भाई अशरफ का बचपन का याराना था। दोनाें मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में साथ पढ़े थे। यही वजह थी कि अशरफ उस पर खास मेहरबान रहता था। सिविल लाइंस में एमजी मार्ग पर बिरयानी रेस्टोरेंट खोलने के दौरान अशरफ के ही कहने पर अतीक ने अपने कब्जे वाली नवाब यूसुफ रोड स्थित बेशकीमती जमीन नफीस को कारखाना खोलने के लिए दी थी। इसी कारखाने को माफिया के खिलाफ 2020 में चले अभियान के दौरान पीडीए ने बुलडोजर चलवाकर ढहा दिया था।