HRTC ने शुरू की धार्मिक सर्किट बस सेवा, पहले दिन 8 लोगों ने उठाया लाभ

धर्मशाला। मंदिरों में देवियों के दर्शन को लेकर हिमाचल पथ परिवहन निगम ने शनिवार को सातवें नवरात्रे के उपलक्ष्य पर प्रथम दर्शन सेवा शुरू की। बस सेवा हिमाचल पथ परिवहन निगम के एमडी रोहन चंद ठाकुर व डीसी कांगड़ा डाॅ. निपुण जिंदल ने हरी झंडी दिखाकर बस सेवा को रवाना किया। यह पहली बस सेवा धर्मशाला से चिंतपूर्णी व मां ज्वालाजी और फिर वापस धर्मशाला के लिए चलाई गई है। शनिवार को शुरू हुई इस बस सेवा का 8 लोगों ने लाभ उठाया। यह बस एचआरटीसी की टैम्पो ट्रैवलर है जिसे कांगड़ा के धर्मशाला से ऊना के चिंतपूर्णी और चिंतपूर्णी से ज्वालाजी को जोड़ने के लिए चलाया है। इसमें श्रद्धालुओं को देवी मां के दर्शन करवाने का भी प्रावधान है।

उधर, एमडी एचआरटीसी रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि इस बस सेवा को चलाने का एकमात्र मकसद धार्मिक सर्किट को एक-दूसरे के साथ जोड़कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। हालांकि यह शुरुआत है और शुरुआती दौर में उतना रुझान भले ही देखने को न मिले मगर भविष्य में इसका जरूर लाभ देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आगे 100 ऐसी बसें और चलाने का प्रावधान है। अभी शुरूआत में 2 मंदिरों के लिए बस सेवा को जोड़ा गया है और भविष्य में यदि साकारात्मक परिणाम आते हैं तो श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा और श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम को भी इस धार्मिक सर्किट यात्रा में जोड़ा जाएगा।
धर्मशाला से सुबह 8 बजे चलेगी और साढ़े 10 बजे चिंतपूर्णी पहुंचेगी। इसके बाद 2 घंटे मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रुकेगी। यहां मां के सुगम दर्शनों के लिए 220 रुपए का अतिरिक्त शुल्क यात्रियों को देना होगा। इस प्रथम दर्शन सेवा के तहत मंदिर के विशेष दर्शन का प्रावधान रखा गया है। चिंतपूर्णी से बस दोपहर साढ़े 12 बजे चलेगी और दोपहर 2 बजे ज्वालामुखी पहुंचेगी। इसके बाद ज्वालामुखी में श्रद्धालु यात्रियों के दर्शन के लिए 2 घंटे रुकेगी। इस दौरान श्रद्धालुओं को दोपहर के भोजन करने का भी समय मिल जाएगा। सायं 4 बजे ज्वालामुखी से धर्मशाला की ओर बस रवाना होगी और साढ़े 5 बजे धर्मशाला पहुंचेगी। श्रद्धालु ऑनलाइन और काऊंटर पर भी सीट बुकिंग करवा सकते हैं।