मृत व्यक्ति को जीवित बताकर मनरेगा में कराई मजदूरी, जांच की मांग

बूंदी। बूंदी उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खरायता में मृत व्यक्ति को जिंदा बताकर मनरेगा के तहत होने वाले कार्य में मजदूरी करना बताकर उसके खाते में भुगतान भी कर दिया गया।मनरेगा में फर्जीवाड़े को लेकर ग्राम पंचायत चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्राम पंचायत खरायता के डपटा गांव के बाबूलाल पुत्र लक्ष्मी नारायण की मृत्यु 6 अप्रैल 2017 को हो चुकी है, जिसका 28 अप्रैल 2017 को मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी हो चुका है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत खरायता में मृतक बाबू लाल पुत्र लक्ष्मीनारायण के नाम से 9 दिसंबर 2022 में 11 दिन तथा 28 दिसंबर 2022 में 9 दिन मजदूरी करना बात कर उसके खाते में मजदूरी का भुगतान भी डाल दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि उक्त मस्टरोल कागजों में ही चली थी।इस मामले का खुलासा बिना जानकारी के मस्टरोल के नाम पर ग्रामीणों के अकाउंट में पैसे आने पर पता चला।उक्त मस्टरोल कोटा-दौसा लबान स्टेशन से गिरिराज मीणा के मकान की ओर कार्य करवाना दर्शाया गया है।
उसने पिता के मरने के बाद उनका खाता बंद करवाने के लिए अर्जी दी थी।अभी कुछ दिन पहले बैंक से फोन आया कि आपके पिता के खाते में कुछ पैसे आए है। इस खाते को चालू करवा ले, जब इन पैसों के बारे में जानकारी की तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। लालचंद मीणा, मृतक बाबू लाल का पुत्रमामला पुराना है, फिर भी जानकारी के अनुसार जिस बाबू लाल की बात हो रही है, वह यह बाबू लाल नहीं है, वह दूसरा है। मामला जानकारी में आया,उक्त मामले की जांच करवा दोषी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में डेंगू रोग के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर पालिका प्रशासन ने अभियान चलाकर संभावित क्षेत्र में फोगिंग करवाई। जानकारी अनुसार क्षेत्र में डेंगू रोग के प्रकोप को देखते हुए अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र मीणा ने शहर में फोगिंग करवाई तथा फिनायल का छिड़काव कराने पानी के जमाव वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर नालियों की सफाई के लिए अभियान चलाया। अधिशासी अधिकारी मीणा ने बताया की इस अभियान के तहत शहर के सभी 35 वार्डों में वार्ड वाइज फॉगिंग एवं फिनायल छिड़काव करवाया जाएगा, जिससे मच्छरों के प्रकोप को रोका जा सकेगा।
