बिजली जाने से उद्योग प्रभावित रहे

हरिद्वार: आंधी और बारिश के कारण सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति दिन में कई बार ठप हुई. इस कारण क्षेत्र की करीब 800 उद्योग इकाइयों में 25 फीसदी तक उत्पादन प्रभावित हुआ. बिजली बाधित होने के बाद औसतन छह रुपये यूनिट में होने वाले उत्पादन कार्यों के लिए उद्योगपतियों को 30 रुपये यूनिट तक खर्च करने पड़े.

औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल, बहादराबाद और हरिद्वार में को आंधी और बारिश के दौरान सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक कई बार बिजली की आपूर्ति प्रभावित होती रही. बिजली की आपूर्ति ठप होने के बाद उद्योगों में जनरेटर का उपयोग कर प्लांट को संचालित करना पड़ता है. अधिकांश उद्योगों के पास 100 प्रतिशत प्लांट संचालित करने के लिए बिजली का बैकअप नहीं है. जेनरेटर का उपयोग होने से इंडस्ट्रीज में तेल का खर्चा तो बढ़ता ही है, साथ ही इंडस्ट्रीज का 100 प्रतिशत प्लांट संचालित नहीं होने से उत्पादन प्रभावित हो जाता है. अक्सर इस तरह की समस्या उद्योगों के सामने रहती है.
जनरेटर से 70 फीसदी प्लांट ही संचालित होते है. अन्य संसाधनों से बिजली 30 रुपये यूनिट तक मिलती है. इससे उत्पादन खर्च बढ़ जाता है. को उद्योगों में बिजली गुल होने से 25 फीसदी उत्पादन घट गया. जेनरेटर का उपयोग प्रदूषण को बढ़ाता है. – हरेंद्र गर्ग, अध्यक्ष सिडकुल मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन उत्तराखंड
को दिन में आंधी और बारिश के कारण बिजली की आपूर्ति प्रभावित रही. दिन में कई बार बिजली गुल होती रही. मौसम के कारण दिक्कतें उठानी पड़ी. बिजली सप्लाई प्रभावित होने से उद्योगों का उत्पादन घट गया. एक दिन में करोड़ों का नुकसान है.
-हिमेश कपूर, अध्यक्ष एसईडब्लूए सिडकुल