कल से छठ पूजा की शुरुआत, यहां जान समय व महत्व

ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर छठ महापर्व मनाया जाता है जो पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है। छठ का व्रत 36 घंटे तक किया जाता है यही कारण है कि इस व्रत को सभी में सबसे कठिन माना जाता है। यह व्रत भगवान श्री सूर्यदेव और छठी मैया को समर्पित होता है। यह सिद्धांत है कि छठ व्रत करने से सभी का मन पूर्ण होता है और कष्ट दूर होते हैं।

छठ का व्रत पंचमी से शुरू होता है और इस दिन मनाया जाता है इसके बाद षष्ठी तिथि पर डूबते सूर्य को जल दिया जाता है तो वही सप्तमी के दिन उगते सूर्य को जल दिया जाता है। इस बार यह महोत्सव 17 नवंबर से शुरू हो रहा है और 20 नवंबर को समाप्त होगा। तो आज हम आपको छठ में सूर्य को अर्घ्य देने का सही समय बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
सूर्य भगवान को अर्घ्ययोग्यता का समय—
छठ की शुरुआत नहाय खाय से होती है जो इस बार 17 नवंबर को है इस दिन सूर्योदय 6 बजे 45 मिनट पर होगा। तो वही सूर्यदेव शाम 5 बजे 27 मिनट पर होगा। छठ का दूसरा दिन खरना होता है जो इस बार 18 नवंबर को पड़ रहा है इस दिन सूर्योदय सुबह 6 बजे 46 मिनट पर होगा तो वही सूर्य शाम 5 बजे 26 मिनट पर होगा।
छठ पूजा का सबसे महत्वपूर्ण तीसरा दिन होता है इस दिन सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है इस बार यह 19 नवंबर को पड़ता है। इसके अलावा छठ का समापन चौथे दिन उगते हुए सूर्य को जल दिया जाएगा इस दिन सूर्योदय सुबह 6 बजे 47 मिनट पर होगा।
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