सीबीआई ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया

नई दिल्ली। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने शुक्रवार को एक अंतरराज्यीय फर्जी नौकरी सिंडिकेट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने सरकारी नौकरियों का वादा करके पिछले दो वर्षों में उम्मीदवारों से कथित तौर पर करोड़ों रुपये एकत्र किए थे।उन्हें एजेंसी द्वारा पटना, मंगलुरु, बेंगलुरु और धनबाद में नौ स्थानों पर तलाशी के दौरान पकड़ा गया।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी एफआईआर में छह लोगों पर मामला दर्ज किया था और उनमें से तीन- बेंगलुरु से अजय कुमार, झारखंड से अमन कुमार उर्फ रूपेश और बिहार से अभिषेक सिंह उर्फ विशाल को गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारियों ने कहा कि तलाशी के दौरान यह सामने आया कि सिंडिकेट दो साल से अधिक समय से काम कर रहा था और उसने सरकारी नौकरियों का वादा करके उम्मीदवारों से करोड़ों रुपये एकत्र किए थे।
उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी का वादा करने वालों को प्रत्येक को 10-15 लाख रुपये खर्च करने पड़े।अधिकारियों ने कहा कि सिंडिकेट के सदस्यों ने कई शहरों में उम्मीदवारों के लिए फर्जी प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए और दो को पटना और मुंबई के साकीनाका में चालू पाया गया।