नवरात्रि भर ना करें ये काम, आर्थिक स्थिति खराब

हिंदू धर्म में देवी साधना के महापर्व नवरात्रि को बेहद ही खास माना जाता है जो कि साल में चार बार मनाया जाता है। जिसमें दो नवरात्रि बेहद ही खास मानी गई हैं इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 15 अक्टूबर यानी दो दिन बाद से हो रहा है जो कि 24 अक्टूबर को समाप्त हो जाएगा। इसी दिन दशहरा का त्योहार भी मनाया जाएगा।

नवरात्रि के दिनों में भक्त देवी मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा अर्चना करते है और उपवास भी रखते हैं मान्यता है कि इस दौरान देवी साधना भक्तों को उत्तम फल प्रदान करती है और कष्टों से भी मुक्ति दिलाती है लेकिन नवरात्रि के दिनों में पूजा पाठ के अलावा कुछ ऐसे भी काम है जिन्हें गलती से भी नहीं करना चाहिए वरना माता द्वार से ही वापस लौट जाएंगी जिससे पूरे परिवार को दरिद्रता और गरीबी का सामना करना पड़ सकता है तो आज हम आपको बता रहे हैं कि नवरात्रि में किन कार्यों को करने की मनाही है।
नवरात्रि में इन कार्यों की है मनाही—
शारदीय नवरात्रि को देवी साधना का पर्व माना गया है ऐसे में इस दौरान भूलकर भी सुबह देरी से सोकर नहीं उठाना चाहिए ऐसा करने से मां दुर्गा क्रोधित हो सकती है। जिससे परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। वैसे तो घर के प्रवेश द्वार को हमेशा ही साफ सुथरा बनाकर रखना चाहिए लेकिन अगर नवरात्रि के पावन दिनों पर मुख्य द्वार पर कूड़ा कचरा आदि रखते हैं या फिर इसकी साफ सफाई का ध्यान नहीं देते हैं तो ऐसे में माता लक्ष्मी और देवी दुर्गा प्रवेश द्वार से ही वापस लौट जाएंगी। जिससे जातक को अपने जीवन में धन हानि व आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हमारे देश में महिलाओं को देवी माना गया है और ऐसे में कभी भी उनका अपमान नहीं करना चाहिए लेकिन अगर नवरात्रि में आप ऐसी गलती करते हैं तो आपको कई तरह की परेशानियों का समाना करना पड़ सकता है साथ ही साथ व्यक्ति पाप, श्राप का भागी भी बन जाता है ऐसे में नवरात्रि के नौ दिन भूलकर भी किसी महिला का दिल ना दुखाएं। इसके अलावा नौ दिनों तक भूलकर भी रात्रि के वक्त जूठे बर्तनों को नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा नाराज़ हो जाती है और परिवार को अन्न धन का मोहताज बना देती है। इसके अलावा नवरात्रि में सात्विक भोजन करना चाहिए। भूलकर भी मांस, मछली, शराब, प्याज और लहसुन का सेवन न करें। ऐसा करने से लक्ष्मी जी की नाराजगी सहनी पड़ सकती है।