अरोमा मिशन की मदद से लेमन ग्रास की खेती आठ हजार हेक्टेयर में की जा रही

प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ वर्ष 2023 में सीएसआई और सी-मैप अरोमा मिशन ने प्रतापगढ़ जिले के छोटीसदादी अनुमंडल क्षेत्र के ग्राम भचेड़ी में लेमनग्रास (निंबुघास) की खेती का प्रायोगिक प्रयोग किया। इस प्रयास के बाद एक साल में 7 से 8 हेक्टेयर क्षेत्र में लेमन ग्रास की खेती का विस्तार हुआ है। सी-मैप के सहयोग से मंगलवार को भचेड़ी गांव में करीब 300 किसानों की उपस्थिति में सगंध खेती कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीमैप के मुख्य वैज्ञानिक डा. वीआर सिंह एवं डा. ऋषिकेश उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. ऋषिकेश ने किसानों का स्वागत करते हुए राजस्थान के लिए उपयुक्त सी-मैप संस्थान एवं सुगंधित फसलों की जानकारी दी। डॉ. वीआर सिंह ने उपस्थित किसानों को लेमनग्रास, पलमारोजा और तुलसी की खेती की जानकारी दी। डॉ. ऋषिकेश ने सुगंधित फसलों से तेल निकालने की विधि से संबंधित आवश्यक प्रक्रिया एवं सावधानियों की जानकारी दी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण डिस्टिलेशन यूनिट का उद्घाटन व लाइव प्रदर्शन रहा। सी-एमएपी के वैज्ञानिकों ने आसवन इकाई से उपस्थित किसानों के सामने लेमनग्रास तेल के सजीव आसवन का प्रदर्शन किया। आयोजक भेरूसिंह चूंडावत भचेड़ी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
