गवाह के साथ पुलिस स्टेशन के बाहर हुई हाथापाई, जानने पूरा मामला

अलीगढ़: शुक्रवार (08 दिसंबर) को पासपोर्ट सत्यापन के लिए पुलिस स्टेशन गई एक महिला को एक उप-निरीक्षक ने गलती से अपनी पिस्तौल से सिर में गोली मार दी। घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई और घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि थाने में मौजूद महिला को उस वक्त सिर में गोली लगी, जब पुलिस अधिकारी अपनी पिस्तौल चेक कर रहा था।

महिला की पहचान इशरत (55) के रूप में हुई है। वह शुक्रवार शाम को पासपोर्ट सत्यापन के लिए पुलिस स्टेशन गई थी। इशरत उमरा करने के लिए सऊदी अरब जाना चाहती थी। आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। थाने के अंदर हुई दुर्घटना के बाद से वह फरार है।
गलती से बंदूक चली थी गोली
रिपोर्ट के अनुसार सीसीटीवी वीडियो में दिख रहा है कि महिला पुलिस स्टेशन में प्रवेश करती है और वहां खड़ी रहती है। बाद में एक पुलिस अधिकारी सब-इंस्पेक्टर मनोज शर्मा को पिस्तौल देता है। जब वह इसे साफ कर रहा था, तो गलती से बंदूक चल गई और महिला को लगी, जिससे वह गिर गई। आनन-फानन में घायल महिला को इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। फिलहाल उसकी सर्जरी चल रही है और उसकी हालत गंभीर है।
सोशल मीडिया पर अब एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग पुलिस के साथ झड़प में फंस गए हैं और एक शख्स को पुलिस से छुड़ाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। थाने के अंदर हुई घटना का चश्मदीद बताया जा रहा शख्स भी घायल हो गया और घायल होने के बाद उसके हाथ और पैर से खून निकल रहा था। उन्होंने वीडियो में अपना घायल हाथ और पैर दिखाया।
रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार का दावा है, ”यूपी के अलीगढ़ में, लोग पुलिस से भिड़ गए क्योंकि वे एक व्यक्ति को भगाने की कोशिश कर रहे थे जो पुलिस स्टेशन में घटना का गवाह था जहां एक महिला को सब-इंस्पेक्टर की पिस्तौल से सिर में गोली लगने से चोट लगी थी।” पत्रकार ने आगे कहा, “गोलीबारी की घटना का गवाह लाल टी शर्ट वाला व्यक्ति एक अलग मामले में संदिग्ध था। पुलिस का दावा है कि उसका परिवार उसे पुलिस से बचाने की कोशिश कर रहा था।”
हालांकि, पुलिस ने पत्रकार के दावे का खंडन किया है और कहा है कि जनता उस व्यक्ति को थाने से ले जाने की कोशिश कर रही थी। पुलिस ने कहा, “दिखाए गए तथ्य झूठे/गलत हैं। जनता के लोग उपरोक्त व्यक्ति को थाने से ले जाने की कोशिश कर रहे थे, जबकि पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका, क्योंकि उनसे अभी पूछताछ नहीं की गई थी।”
He is an eye witness to the Aligarh incident today. The police is not letting him speak and threatened to kill him if he speaks. Listen to each and every word he is speaking. pic.twitter.com/Atvs5PXla4
— Soft Spoken🔻 (@softspoken04) December 8, 2023
The person in red T shirt, a witness of the shooting incident, was a suspect in a seperate case. Police claims his family was trying to rescue him from the police.
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) December 8, 2023
दर्शाए गए तथ्य असत्य/ गलत हैं । उपरोक्त व्यक्ति को जनता के लोग थाने से ले जाने की कोशिश कर रहे हैं जबकि पुलिस द्वारा ऐसा करने से रोका गया, क्यूंकि उससे पूछताछ बाकी थी, मौके पर शांति है । इस सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी की बाइट pic.twitter.com/kjTUkQRAxe
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) December 8, 2023