स्टार्टअप के तहत किसानों की भूमि की निशुल्क जांच के साथ अच्छी गुणवत्ता के बीज भी उपलब्ध करा रहे


उत्तरप्रदेश |� स्टार्टअप के तहत आईआईटी रुड़की के छात्र राहुल सैनी किसानों की भूमि की निशुल्क जांच के साथ अच्छी गुणवत्ता के बीज भी उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही किसानों को फसल की अच्छी कीमत दिलाने के लिए सीधे बड़ी कंपनियों से संपर्क करा रहे. इससे किसानों की आय बढ़ रही है.
ट्रेड शो में हरिद्वार के लक्सर तहसील के भुरनी खतीपुर गांव निवासी राहुल ने भी दोस्तों संग स्टॉल लगाया है. उन्होंने बताया कि पिता खेती करते हैं. चार दोस्तों के साथ मिलकर एनकोश ऐप बनाया है. इसमें कानपुर के आशुतोष तिवारी, आलोक चौधरी, आनंद महतो और गुरुग्राम के गोविंद यादव ने मिलकर किसानों को अधिक मुनाफा दिलाने और उनकी मदद करने के उद्देश्य से तीन वर्ष पहले ऐप बनाया है. इसमें किसान को पंजीकरण करना होगा. ऐप से किसानों को खेती से संबंधित हर तरह की सहायता दी जाती है. साथ ही मांग पर अच्छी गुणवत्ता के बीज, ग्राहक, मिट्टी की जांच, फसल बीमा, कृषि लोन सुविधा, कृषि उपकरण और मशीन आदि की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं.
कृषि सारथी केंद्र भी बनाए राहुल ने बताया कि किसानों के लिए कृषि सारथी केंद्र भी बनाए जा रहे हैं. इसकी शुरुआत कानुपर से की गई है. इसके अलावा बलिया, आगरा, बिहार के पटना आदि में केंद्र बनाए गए हैं. प्रदेश और देश के अन्य जिलों में भी केंद्र शुरू किए जाएंगे. इन केंद्रों पर किसानों को किफायती दरों पर बीज आदि उपलब्ध हो रहे हैं.
खरीद फरोख्त का भी विकल्प राहुल ने बताया कि ऐप के माध्यम से किसानों को बीज और मशीन आदि खरीदने के विकल्प दिया जा रहा. किसानों को फसल की निर्धारित कीमत पर बेचने का भी विकल्प है. इसके अलावा फसलों की जानकारी भी दी जा रही. इससे उनकी आय बढ़ रही.

उत्तरप्रदेश |� स्टार्टअप के तहत आईआईटी रुड़की के छात्र राहुल सैनी किसानों की भूमि की निशुल्क जांच के साथ अच्छी गुणवत्ता के बीज भी उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही किसानों को फसल की अच्छी कीमत दिलाने के लिए सीधे बड़ी कंपनियों से संपर्क करा रहे. इससे किसानों की आय बढ़ रही है.
ट्रेड शो में हरिद्वार के लक्सर तहसील के भुरनी खतीपुर गांव निवासी राहुल ने भी दोस्तों संग स्टॉल लगाया है. उन्होंने बताया कि पिता खेती करते हैं. चार दोस्तों के साथ मिलकर एनकोश ऐप बनाया है. इसमें कानपुर के आशुतोष तिवारी, आलोक चौधरी, आनंद महतो और गुरुग्राम के गोविंद यादव ने मिलकर किसानों को अधिक मुनाफा दिलाने और उनकी मदद करने के उद्देश्य से तीन वर्ष पहले ऐप बनाया है. इसमें किसान को पंजीकरण करना होगा. ऐप से किसानों को खेती से संबंधित हर तरह की सहायता दी जाती है. साथ ही मांग पर अच्छी गुणवत्ता के बीज, ग्राहक, मिट्टी की जांच, फसल बीमा, कृषि लोन सुविधा, कृषि उपकरण और मशीन आदि की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं.
कृषि सारथी केंद्र भी बनाए राहुल ने बताया कि किसानों के लिए कृषि सारथी केंद्र भी बनाए जा रहे हैं. इसकी शुरुआत कानुपर से की गई है. इसके अलावा बलिया, आगरा, बिहार के पटना आदि में केंद्र बनाए गए हैं. प्रदेश और देश के अन्य जिलों में भी केंद्र शुरू किए जाएंगे. इन केंद्रों पर किसानों को किफायती दरों पर बीज आदि उपलब्ध हो रहे हैं.
खरीद फरोख्त का भी विकल्प राहुल ने बताया कि ऐप के माध्यम से किसानों को बीज और मशीन आदि खरीदने के विकल्प दिया जा रहा. किसानों को फसल की निर्धारित कीमत पर बेचने का भी विकल्प है. इसके अलावा फसलों की जानकारी भी दी जा रही. इससे उनकी आय बढ़ रही.
