9 साल के अंतराल के बाद, साल नदी पर प�?न: प�?रकट होती है

बैतूल के पारंपरिक मछ�?आरे सभी म�?स�?क�?रा रहे हैं क�?योंकि नौ साल के अंतराल के बाद तिसरे साल नदी में लौट आ�? हैं। Tisreos 2016 में नदी में वापस आ गया था, 2013 में प�?रदूषण के कारण पूरी तरह से नष�?ट होने के तीन साल बाद ही स�?वाभाविक रूप से नष�?ट हो गया था, यहां तक ​​कि शंख के विनाश पर NIO की रिपोर�?ट को अभी तक सार�?वजनिक नहीं किया गया है।

स�?थानीय मछ�?आरों ने कहा कि क�?लैम�?स (क�?सिनानियो) के साथ तिस�?रियो वास�?तव में नौ साल बाद लौटे हैं, जो पारंपरिक रूप से शंख पर निर�?भर परिवारों के लि�? ख�?शी लेकर आ�? हैं। बैतूल-वेलीम क�?षेत�?र के लगभग 50 परिवार तिसरेओस पर प�?रत�?यक�?ष और लगभग 3000 लोग प�?रत�?यक�?ष या परोक�?ष रूप से तिसरेओस, जिनानियो और होबे की बिक�?री पर निर�?भर थे।
इस दैनिक से बात करते ह�?�?, स�?थानीय मछ�?आरे प�?रशांत तारी ने कहा कि नौ साल में यह पहली बार है जब तिसरे साल नदी में लौट आ�? हैं। उन�?होंने कहा कि 2016 में बह�?त सारे टिस�?रियोस और ज़िनानियो थे जो 2013 में शेलफिश के क�?ल विनाश के बाद फिर से उभरे थे, हालांकि साल नदी के प�?रदूषण के कारण यह अपने आप नष�?ट हो गया।
उन�?होंने कहा कि �?नआईओ के अधिकारियों ने मत�?स�?य विभाग के साथ गांव का दौरा किया था और मृत शंख के नमूने �?कत�?र कि�? थे, जबकि स�?टार होटलों द�?वारा छोड़े ग�? पानी के नमूने, मिट�?टी के नमूने भी �?कत�?र कि�? ग�? थे, हालांकि आज तक रिपोर�?ट के निष�?कर�?षों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. .
तारी ने आगे बताया कि पारंपरिक मछ�?आरों ने मामले को मत�?स�?य विभाग के समक�?ष उठाया था और मांग की थी कि �?नआईओ रिपोर�?ट उन पारंपरिक मछ�?आरों के लि�? सार�?वजनिक की जा�? जिनकी आजीविका शेलफिश पर निर�?भर करती है, हालांकि उन�?होंने हर बार इस विषय से परहेज किया है।
उन�?होंने कहा कि इस वर�?ष टिस�?रियोस और थोड़ी मात�?रा में ज़िनानियो नदी में वापस आ ग�? हैं, जिससे उन पारंपरिक मछ�?आरों को ख�?शी मिली है जिनकी आजीविका शेलफिश पर निर�?भर करती है। आकार छोटा है, हालांकि नदी में काफी मात�?रा में तिस�?रियोस हैं जो कम ज�?वार के दौरान निकाले ग�? थे।
�?क सवाल के जवाब में उन�?होंने कहा कि पारंपरिक मछ�?आरों की आजीविका इसी तर�?ज पर है क�?योंकि �?लईडी मछली पकड़ने के उपयोग ने पारंपरिक मछली पकड़ने वाले सम�?दाय को आजीविका के स�?रोत से पूरी तरह से वंचित कर दिया है क�?योंकि उन�?हें कोई पकड़ नहीं है और ऊपर से नदी में प�?रदूषण भी है। उनकी कमाई लूट रहे हैं।
�?क अन�?य पारंपरिक मछ�?आरे, जो अपना नाम नहीं बताना चाहते थे, ने कहा कि सरकार की दोषपूर�?ण नीतियों के कारण पारंपरिक मछ�?आरे विस�?थापित हो रहे हैं जिन�?होंने नदी में प�?रदूषण को रोकने के लि�? क�?छ नहीं किया है। यह स�?पष�?ट है कि होटलों द�?वारा बड़े पैमाने पर कचरे को नदी में बहाया जाता है जो नदी को प�?रदूषित कर रहा है लेकिन कोई कार�?रवाई नहीं की जाती है। हर कोई जानता है कि क�?या हो रहा है, लेकिन उसने आंखें मूंद ली हैं और इसके परिणामस�?वरूप शेलफिश संसाधन कम हो रहे हैं।


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