गोपनीय तरीके से संदिग्धों से पूछताछ, केंद्रों के पास सक्रिय मोबाइल की पहचान हो रही
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बिहार |� राज्य में सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले की जांच ईओयू की 23 सदस्यीय एसआईटी ने शुरू कर दी है. जांच को टेक-ओवर करने के बाद एसआईटी ने गोपनीय तरीके से संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है.
साथ ही अब तक पटना समेत अन्य जिलों में इस मामले में थाना स्तर पर की गई जांच का भी अवलोकन किया जा रहा है ताकि इनसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके. इस आधार पर यह भी पता करने की कवायद चल रही है कि ईओयू को प्राप्त प्रश्न-पत्र किस परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था.
इस परीक्षा केंद्र के अलावा अन्य किसी परीक्षा केंद्र में अगर किसी तरह की अनियमितता की बात सामने आई है तो इन्हें पहचानने का प्रयास शुरू हो गया है. इस मामले में अब तक गिरफ्तार 150 संदिग्धों में कुछ चुनिंदा संदिग्धों, खासकर जिनके मोबाइल से उत्तर कुंजी बरामद हुई थी, उनसे अलग से पूछताछ करने की तैयारी में ईओयू है. इनके मोबाइल से निकाले गए सभी तरह के डिटेल (सीडीआर) की भी तफ्तीश शुरू हो गई है. इसमें पटना के कंकड़बाग थाने में गिरफ्तार हुआ कमलेश, मनु और रजनीश खासतौर से शामिल हैं. इनसे जुड़े कुछ अन्य संदिग्धों की भी पूरी कुंडली खंगाली जा रही है.
केंद्रों के पास सक्रिय मोबाइल की पहचान हो रही
एसआईटी ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि परीक्षा के दिन (1अक्टूबर) गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में किस-किस का मोबाइल चालू था. किस परीक्षा केंद्र के पास किसके मोबाइल का लोकेशन मिला था. ऐसे संदिग्धों की अलग से पहचान की जा रही है. इनसे खासतौर से पूछताछ होगी. जो आरोपी फरार चल रहे हैं और जिनके मोबाइल किसी परीक्षा केंद्र के पास अधिक समय तक सक्रिय पाये गये, उनकी तलाश तेजी कर दी जाएगी. मामले से जुड़े कुछ अन्य पहलुओं की भी तलाश जारी है ताकि अपराधियों का पूरा मोडस-ऑपरेंडी पता चले व सही अपराधी दबोचे जाएं.
बिहार |� राज्य में सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले की जांच ईओयू की 23 सदस्यीय एसआईटी ने शुरू कर दी है. जांच को टेक-ओवर करने के बाद एसआईटी ने गोपनीय तरीके से संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है.
साथ ही अब तक पटना समेत अन्य जिलों में इस मामले में थाना स्तर पर की गई जांच का भी अवलोकन किया जा रहा है ताकि इनसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके. इस आधार पर यह भी पता करने की कवायद चल रही है कि ईओयू को प्राप्त प्रश्न-पत्र किस परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था.
इस परीक्षा केंद्र के अलावा अन्य किसी परीक्षा केंद्र में अगर किसी तरह की अनियमितता की बात सामने आई है तो इन्हें पहचानने का प्रयास शुरू हो गया है. इस मामले में अब तक गिरफ्तार 150 संदिग्धों में कुछ चुनिंदा संदिग्धों, खासकर जिनके मोबाइल से उत्तर कुंजी बरामद हुई थी, उनसे अलग से पूछताछ करने की तैयारी में ईओयू है. इनके मोबाइल से निकाले गए सभी तरह के डिटेल (सीडीआर) की भी तफ्तीश शुरू हो गई है. इसमें पटना के कंकड़बाग थाने में गिरफ्तार हुआ कमलेश, मनु और रजनीश खासतौर से शामिल हैं. इनसे जुड़े कुछ अन्य संदिग्धों की भी पूरी कुंडली खंगाली जा रही है.
केंद्रों के पास सक्रिय मोबाइल की पहचान हो रही
एसआईटी ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि परीक्षा के दिन (1अक्टूबर) गिरफ्तार हुए अभियुक्तों में किस-किस का मोबाइल चालू था. किस परीक्षा केंद्र के पास किसके मोबाइल का लोकेशन मिला था. ऐसे संदिग्धों की अलग से पहचान की जा रही है. इनसे खासतौर से पूछताछ होगी. जो आरोपी फरार चल रहे हैं और जिनके मोबाइल किसी परीक्षा केंद्र के पास अधिक समय तक सक्रिय पाये गये, उनकी तलाश तेजी कर दी जाएगी. मामले से जुड़े कुछ अन्य पहलुओं की भी तलाश जारी है ताकि अपराधियों का पूरा मोडस-ऑपरेंडी पता चले व सही अपराधी दबोचे जाएं.
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