10 करोड़ की चंदन की लकड़ियों के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ा तस्कर
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हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ पुलिस ने जिले का अब तक का सबसे बड़ा चंदन तस्करी का मामला पकड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। भिरानी थाना पुलिस ने करीब दस करोड़ रुपए मूल्य की 90 क्विंटल 70 किलोग्राम लाल चंदन की अवैध लड़की लदा जब्त कर एक जने को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर उसका दो दिन का रिमांड मंजूर कराया है। इस प्रकरण में चार-पांच अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, पुलिस उनको पकड़ने के लिए निरंतर दबिश दे रही है। चंदन तस्करी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह के तार जुड़े होने की बात सामने आई है। क्योंकि चंदन की लकड़ी की तस्करी कर मुख्यत: चीन, जापान आदि देशों में भेजकर तस्कर चांदी कूटते हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश हैं कि सभी विभागों से समन्वय कर नशे की तस्करी रोकने आदि की कार्रवाई की जाए। उसके तहत ही भिरानी पुलिस ने 90 क्विंटल 70 किलोग्राम चंदन की लकड़ी पकड़ी है। इसका वन विभाग से सत्यापन करवा लिया है। वन विभाग से जानकारी मिली है कि यह लाल चंदन की लकड़ी है जो उच्च गुणवत्ता का होता है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 10 करोड़ रुपए है, इससे अधिक भी हो सकती है। इसका वास्तविक मूल्य प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसकी सूचना राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) को भी दे दी गई है। कर्नाटक से इसका संबंध होना सामने आया है। इसके लिए कर्नाटक के वन विभाग तथा पुलिस के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है।पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि चंदन की तस्करी से जुड़ा गिरोह यह काम पहले हरियाणा में कर रहा था। वहां हिसार आदि में कार्रवाई के बाद अब कुछ समय से हनुमानगढ़ जिले में काम शुरू किया था।
एसपी चौधरी ने बताया कि यूं तो वन विभाग के अधिकारी पुष्टि कर चुके हैं कि जब्त लकड़ी चंदन की है। मगर आरोपियों को मामले के ट्रायल में कोई लाभ नहीं मिले, इसलिए लकड़ी की लैबोरेट्री से भी जांच करवाई जाएगी। देहरादून में लकड़ी की जांच संबंधी लैबोरेट्री है, वहां से जांच करवाएंगे ताकि चंदन की लकड़ी होने का और पुख्ता प्रमाण मिल जाए।चंदन की लकड़ी की बाहर स्मगलिंग होने या किसी अन्य सामान के साथ छुपाकर बाहर भेजने की बात प्रथमदृष्टया सामने आई है। चंदन की लकड़ी की चीन, जापान आदि देशों में बहुत ज्यादा मांग है। जिले में इसका भंडारण ही किया गया। अब तक स्थानीय स्तर पर कोई ज्यादा मांग व खपत का तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस ने चंदन तस्करी का मामला तो पहले ही पकड़ लिया था। मगर इसका खुलासा नहीं किया। भादरा क्षेत्र के पत्रकार लगातार भिरानी पुलिस से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करते रहे। मगर थानाधिकारी सहित अन्य अधिकारी आदि जानकारी देने से बचते रहे। जब मामला उठा तो चन्दन की लकड़ियां बरामदगी की कार्रवाई को लेकर शुक्रवार दोपहर बाद भिरानी पुलिस ने जानकारी दी।
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ पुलिस ने जिले का अब तक का सबसे बड़ा चंदन तस्करी का मामला पकड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। भिरानी थाना पुलिस ने करीब दस करोड़ रुपए मूल्य की 90 क्विंटल 70 किलोग्राम लाल चंदन की अवैध लड़की लदा जब्त कर एक जने को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर उसका दो दिन का रिमांड मंजूर कराया है। इस प्रकरण में चार-पांच अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं, पुलिस उनको पकड़ने के लिए निरंतर दबिश दे रही है। चंदन तस्करी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह के तार जुड़े होने की बात सामने आई है। क्योंकि चंदन की लकड़ी की तस्करी कर मुख्यत: चीन, जापान आदि देशों में भेजकर तस्कर चांदी कूटते हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश हैं कि सभी विभागों से समन्वय कर नशे की तस्करी रोकने आदि की कार्रवाई की जाए। उसके तहत ही भिरानी पुलिस ने 90 क्विंटल 70 किलोग्राम चंदन की लकड़ी पकड़ी है। इसका वन विभाग से सत्यापन करवा लिया है। वन विभाग से जानकारी मिली है कि यह लाल चंदन की लकड़ी है जो उच्च गुणवत्ता का होता है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 10 करोड़ रुपए है, इससे अधिक भी हो सकती है। इसका वास्तविक मूल्य प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसकी सूचना राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) को भी दे दी गई है। कर्नाटक से इसका संबंध होना सामने आया है। इसके लिए कर्नाटक के वन विभाग तथा पुलिस के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है।पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि चंदन की तस्करी से जुड़ा गिरोह यह काम पहले हरियाणा में कर रहा था। वहां हिसार आदि में कार्रवाई के बाद अब कुछ समय से हनुमानगढ़ जिले में काम शुरू किया था।
एसपी चौधरी ने बताया कि यूं तो वन विभाग के अधिकारी पुष्टि कर चुके हैं कि जब्त लकड़ी चंदन की है। मगर आरोपियों को मामले के ट्रायल में कोई लाभ नहीं मिले, इसलिए लकड़ी की लैबोरेट्री से भी जांच करवाई जाएगी। देहरादून में लकड़ी की जांच संबंधी लैबोरेट्री है, वहां से जांच करवाएंगे ताकि चंदन की लकड़ी होने का और पुख्ता प्रमाण मिल जाए।चंदन की लकड़ी की बाहर स्मगलिंग होने या किसी अन्य सामान के साथ छुपाकर बाहर भेजने की बात प्रथमदृष्टया सामने आई है। चंदन की लकड़ी की चीन, जापान आदि देशों में बहुत ज्यादा मांग है। जिले में इसका भंडारण ही किया गया। अब तक स्थानीय स्तर पर कोई ज्यादा मांग व खपत का तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस ने चंदन तस्करी का मामला तो पहले ही पकड़ लिया था। मगर इसका खुलासा नहीं किया। भादरा क्षेत्र के पत्रकार लगातार भिरानी पुलिस से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करते रहे। मगर थानाधिकारी सहित अन्य अधिकारी आदि जानकारी देने से बचते रहे। जब मामला उठा तो चन्दन की लकड़ियां बरामदगी की कार्रवाई को लेकर शुक्रवार दोपहर बाद भिरानी पुलिस ने जानकारी दी।
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