जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हिमाचल में जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस का प्रदर्शन

शिमला। संसद से कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के सांसदों के निलंबन के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार की जन विरोधी नीतियों व तानाशाही निर्णयों के खिलाफ सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन किया। जिला अध्यक्षों की अगवाई में आयोजित इस धरना प्रदर्शन में पार्टी के अनेक नेता, पदाधिकारी अग्रणी संगठनों के पदधिकारोयों व बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लिया। शिमला में आयोजित इस धरना प्रदर्शन में जिला शिमला शहरी के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी के नेतृत्व में माल रोड के नाज पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान जितेंद्र चौधरी ने अपने सम्बोधन में केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अब इस सरकार के पाप का घड़ा भर गया है। उन्होंने कहा कि संसद से जिस प्रकार सांसदों को सदन से निलंबित किया गया है वह लोकतंत्र की हत्या के समान है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सवालों से बचने के लिए सांसदों को सदन से बाहर किय्य गया। उन्होंने कहा कि किसी भी सांसद को सदन के अंदर सरकार से सवाल करने का पूरा अधिकार है पर भाजपा इस अधिकार का हनन कर रही है जो बहुत ही चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज देशभर में इस तानाशाही के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है जिससे देश के लोगों को भी भाजपा के असली चहरे को जान सकें। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष जैनब चंदेल ने इस दौरान कहा कि देश मे इंडिया गठबंधन पूरी मजबूती के साथ भाजपा की जनविरोधी नीतियों व तानाशाही के खिलाफ एकजुट है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के कुशासन से लोग परेशान हो गए है और अब अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा की विदाई तय है। सुश्री चंदेल ने संसद के दोनों सदनों से विपक्ष के सांसदों के निलंबन पर भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि देश अब इस अपमान का बदला लेने को आतुर है और आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा की सत्ता से विदाई तय है। उन्होंने कहा कि आज देश मे हर वर्ग दुखी व असहाय है। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि युवा बेरोजगारी से दुखी है तो जनता बढ़ती मंहगाई से। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष विनीत गौतम हाउसिंग बोर्ड के उपाध्यक्ष कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा, यशपाल तनाईक, अनिता वर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष चंद्र प्रभा नेगी, कांग्रेस सचिव राजकुमारी सोनी, इंद्रजीत सिंह, गीतांजलि भागड़ा, भूपेंद्र कवंर, बलदेव ठाकुर, पदाधिकारी व बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में भाग लेते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।