मांगों को लेकर गरजे ग्रामीण सफाई कर्मचारी

करनाल। करनाल में ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के बैनर तले प्रदेशभर से आए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारियों ने ऐलान कर दिया कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने पंचायत मंत्री देवेंद्र मंत्री के झूठे आश्वासनों पर भडक़ते हुए कहा कि 31 अक्तूबर को मंत्री देवेंद्र बबली के निवास पर 24 घंटे का पड़ाव डाला जाएगा। हजारों की संख्या में करनाल में पहुंचे सफाई कर्मचारियों की रैली को देखते हुए प्रशासन ने यूनियन नेताओं को 8 नवंबर को सीएम मनोहर लाल से मिलवाने का पत्र दिया, जिसे यूनियन नेताओं ने इंकार करते हुए कहा कि वार्ता के लिए इतना इंतजार नहीं कर सकते। अगर 3 नवंबर तक वार्ता नहीं करवाई गई तो आंदोलन जारी रहेगा। ग्रामीण सफाई कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए सेक्टर-12 हुड्डा ग्राउंड से लघु सचिवालय पहुंचे।

देवी राम ने कहा भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य पर अधिकार रैली करनाल में की गई है, सरकार हमारी मांगों की अनदेखी कर रही है, चार बार वार्ता के बाद भी सरकार ने हमारी मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया। रैली को लेकर सरकार को 60 दिन पहले अल्टीमेटम दिया था, बातचीत के माध्यम से हमारी मांगों का समाधान किया जाए, अन्यथा सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चला जाएगा। सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। उन्होंने कहा कि हमें हड़ताल करने का कोई शोक नहीं है, मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि ग्रामीण सफाई कर्मियों को 26 हजार का न्यूनतम वेतन दिया जाए, सभी कर्मचारियों को पक्का किया जाए। इसके अलावा भर्ती का दायरा 4 सौ पर एक कर्मचारी नियुक्त किया जाए। जो दायरा 2 हजार पर एक, 5 हजार पर दो कर्मचारियों की नियुक्ति का बनाया हुआ हैं, वो गलत है। उसे बदला जाए।