झारखंड , पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली सड़क बनी दरिया


झारखंड व पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली लाइफ -लाइन सड़क बरहड़वा-फरक्का पथ पर स्थित निसिंदरा कटान में पानी भर जाने की वजह से आवागमन पूरी तरह से वाधित हो गया है. वहीं, आपको बता दें कि यह सड़क झारखंड और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों को जोड़ती है. साथ ही पत्थरों के व्यवसाई सहित अन्य सभी प्रकार के व्यवसायों के लिए यह सड़क महत्वपूर्ण है. उक्त सड़क मार्ग पर आवागमन बंद रहने पर बरहड़वा नगर के कारोबारियों पर सीधा असर पड़ेगा. साहिबगंज के पत्थर व्यवसाई इसी सड़क मार्ग से फरक्का-धुलियान, डाक-बंगला, बहरमपुर, मालदा आदि अन्य स्थानों से वाहनों के माध्यम से समान यहां लाकर बेचते हैं. वाहन का परिचालन नहीं होने की स्थिति में बाजार पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली सड़क बना दरिया
इसके साथ ही बरहड़वा प्रखंड क्षेत्र के मिर्जापुर, बरारी, जामपुर, रुपसपुर, बिंदुपाड़ा और फरक्का थाना क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमा पर वसा हुआ है. जिसका सीधा संबंध फरक्का बराज से है. इसके साथ मरीजों को इलाज के लिए भी बंगाल इस सड़क मार्ग से जाना पड़ता है, जो फिलहाल पानी की वजह से अवरूद्ध हो चुका है. जिससे हर तबके के लोगों को परेशानी की सामना करना पड़ रहा है. निसिंदरा कटान पर हर साल पानी चढ़ने से आवागमन बाधित होते आ रहा है.
आगमन हुआ बाधित
बरसात के दिन में जब भी भारी वर्षा होती है, तो गुमानी नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ पानी के बहाव से निसिंदरा कटान पर पानी भर जाता है. हर साल यहां के स्थानीय नेता और स्थानीय प्रशासन लोगों को भरोसा दिलाते हैं है कि बहुत जल्द निसिंदरा कटान पर पुल का निर्माण कराया जाएगा, लेकिन दुर्भाग्य रही है कि अब तक यहां पुल का निर्माण नहीं हो सका है.

झारखंड व पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली लाइफ -लाइन सड़क बरहड़वा-फरक्का पथ पर स्थित निसिंदरा कटान में पानी भर जाने की वजह से आवागमन पूरी तरह से वाधित हो गया है. वहीं, आपको बता दें कि यह सड़क झारखंड और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों को जोड़ती है. साथ ही पत्थरों के व्यवसाई सहित अन्य सभी प्रकार के व्यवसायों के लिए यह सड़क महत्वपूर्ण है. उक्त सड़क मार्ग पर आवागमन बंद रहने पर बरहड़वा नगर के कारोबारियों पर सीधा असर पड़ेगा. साहिबगंज के पत्थर व्यवसाई इसी सड़क मार्ग से फरक्का-धुलियान, डाक-बंगला, बहरमपुर, मालदा आदि अन्य स्थानों से वाहनों के माध्यम से समान यहां लाकर बेचते हैं. वाहन का परिचालन नहीं होने की स्थिति में बाजार पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली सड़क बना दरिया
इसके साथ ही बरहड़वा प्रखंड क्षेत्र के मिर्जापुर, बरारी, जामपुर, रुपसपुर, बिंदुपाड़ा और फरक्का थाना क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमा पर वसा हुआ है. जिसका सीधा संबंध फरक्का बराज से है. इसके साथ मरीजों को इलाज के लिए भी बंगाल इस सड़क मार्ग से जाना पड़ता है, जो फिलहाल पानी की वजह से अवरूद्ध हो चुका है. जिससे हर तबके के लोगों को परेशानी की सामना करना पड़ रहा है. निसिंदरा कटान पर हर साल पानी चढ़ने से आवागमन बाधित होते आ रहा है.
आगमन हुआ बाधित
बरसात के दिन में जब भी भारी वर्षा होती है, तो गुमानी नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ पानी के बहाव से निसिंदरा कटान पर पानी भर जाता है. हर साल यहां के स्थानीय नेता और स्थानीय प्रशासन लोगों को भरोसा दिलाते हैं है कि बहुत जल्द निसिंदरा कटान पर पुल का निर्माण कराया जाएगा, लेकिन दुर्भाग्य रही है कि अब तक यहां पुल का निर्माण नहीं हो सका है.
