शरीर में दर्द की न करें अनदेखी, चिकनगुनिया का खतरा

इलाहाबाद: मौसम में उतार-चढ़ाव से सर्दी, जुकाम, बुखार की समस्या बढ़ रही है. अस्पताल आने वाले मरीजों में 70 लोग मौसमी बीमारी के हैं. छावनी अस्पताल में बुखार पीड़ित मरीजों से वार्डों के 100 बेड फुल हो चुके हैं. चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्चों के 120 बेड फुल हैं. हर दिन 140-150 बुखार और सर्दी पीड़ित बच्चों की ओपीडी हो रही है. अस्पताल की अध्यक्ष डॉ. अनुभा श्रीवास्तव का कहना है कि बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं. बच्चों को पौष्टिक और ताजा भोजन ही कराएं.

यूडीएसपी पोर्टल पर साझा की गई जानकारी के अनुसार प्रयागराज के 18 मोहल्लों में बीमारी का सबसे अधिक प्रकोप है. इसमें सोहबतिया बाग, मम्फोर्डगंज, तेलियरगंज, अल्लापुर, राजापुर, फाफामऊ, शांतिपुरम, धूमनगंज, प्रीतमनगर, सुलेमसराय, झलवा, बमरौली, मुंडेरा, नैनी, गोविंदपुर, म्योर रोड, सिविल लाइंस और ट्रांसपोर्टनगर शामिल हैं. इधर, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एके सिंह का कहना है इस साल डेंगू की बीमारी में काफी राहत है. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि चिकनगुनिया के मामले में प्रयागराज ने प्रदेश में सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में एंटी लार्वा दवा के साथ-साथ नगर निगम मच्छररोधी दवा का छिड़काव कर रहा है.
डेंगू के प्रति रेजिस्टेंस बनने और वायरस में म्यूटेशन से बढ़ा खतरा मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. वत्सला मिश्रा का कहना है कि लोगों के शरीर में डेंगू के प्रति रेजिस्टेंस बनने और वायरस में म्यूटेशन से इस सीजन में लोग चिकनगुनिया बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. लोगों में डेंगू के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनने से बीमारी ने भी स्वरूप बदल लिया है. एसआरएन अस्पताल के डॉ. सुजीत वर्मा का कहना है कि मांस पेशियों में दर्द, तेज बुखार के साथ लाल चकत्तों की अनदेखी न करें.