फर्जी एनओसी से अनधिकृत कॉलोनियों में रजिस्ट्री करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

डेराबस्सी : पिछले एक साल से डेराबस्सी तहसील में फर्जी एनओसी से अनधिकृत कॉलोनियों में रजिस्ट्री करने के मामले में पुलिस ने चौथे नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान भांखरपुर निवासी विक्की ठाकुर के रूप में हुई है। पुलिस ने इसे कोर्ट में पेश कर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। ऐसे मामले में पहले गिरफ्तार किए गए तीसरे आरोपी 23 वर्षीय रितिक गोयल को आज अदालत में पेश किया गया और उसे दो दिन की पुलिस रिमांड मिली है, जोकि पहले से पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर उसका लैपटॉप बरामद कर लिया, जिसकी मदद से वह फर्जी एनओसी तैयार करता था। इसी मामले में स्टाम्प बेचने वाला सुरेश जैन और कॉलोनाइजर गुलशन कुमार समेत दो लोग शामिल हैं। दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।

क्या है पूरा मामला
पुलिस जांच में सामने आया कि डेराबस्सी शहर के नामी और बड़े कॉलोनाइजर अनधिकृत कॉलोनियां काटकर बिना कॉलोनी पास किए फर्जी एनओसी के आधार पर बेच देते थे। जबकि वे लोगों को ये बताते थे कि कॉलोनी पास करवाई गई है। पुलिस ने अब तक एक कॉलोनाइजर को गिरफ्तार किया है, जिसने एक ही कॉलोनी में 70 प्लॉटों की रजिस्ट्री कराई है। इसी तरह शहर के कई अन्य नामी कॉलोनाइजरों के नाम सामने आ रहे हैं, जिन्होंने डेराबस्सी इलाके में अनधिकृत कॉलोनियों और प्लॉटों की रजिस्ट्री की है, जिन पर पुलिस जल्द ही शिकंजा कस सकती है।