फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल अब किया जाएगा मेडिसिन विभाग के हवाले

भागलपुर: मायागंज अस्पताल के मेडिसिन विभाग को जांच-इलाज से लेकर पेसमेकर लगाने के लिए न केवल नए हथियार मिल चुके हैं, बल्कि अब इस विभाग में बेडों की संख्या भी बढ़ेगी.
इसी के तहत मायागंज अस्पताल में संचालित 100 बेड वाले फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल को अब मेडिसिन विभाग के हवाले करने का निर्णय लिया गया है. ऐसा करने के पीछे मरीजों को सहूलियत उपलब्ध कराना है. मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह ने बताया कि 100 बेड वाले इस फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल में आठ बेड का हाइब्रिड आईसीयू बनेगा. हरेक बेड पर पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति दी जाएगी बल्कि हरेक पास एक-एक वेंटिलेटर होगा. इसके अलावा ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, कॉर्डियक मानीटर, एबीजी मशीन होगी. ताकि इमरजेंसी के दौरान मरीज को जांच के लिए सामान्य आईसीयू या फिर अन्य जांच घर न भेजना पड़े. यहीं पर दस बेड का कैंसर मरीजों के लिए पेलिएटिव एंड कीमोथेरेपी डे केयर सेंटर खोला जाएगा. होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर द्वारा संचालित इस सेंटर के लिए चिकित्सकों की तैनाती पहले ही की जा चुकी है.

टीएमबीयू के कार्यों की होगी समीक्षा
टीएमबीयू सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कार्यों की उच्च शिक्षा विभाग समीक्षा करेगा. समीक्षा उन कार्यों की होगी जो उच्च शिक्षा विभाग से जुड़े हैं. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी ने पत्र जारी कर सभी विश्वविद्यालयों को अलग-अलग तिथि में बैठक का पत्र भेजा है. बैठक विभाग के सचिव के साथ होगी. समीक्षा बैठक पहले दिन पाटलीपुत्र विवि के कार्यों की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद टीएमबीयू की समीक्षा होगी. विभाग ने इसके लिए फॉर्मेट जारी कर विवि से तीन दिनों में रिपोर्ट मांगी है.