नेटवर्क और संचार के क्षेत्रों में अनुसंधान को गति देने की आवश्यकता: सूर्यवंशी


हमीरपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में नेटवर्क और संचार में हालिया रुझान पर एक सप्ताह तक चलने वाले लघु अवधि पाठ्यक्रम का शुभारंभ हुआ।इस आयोजन में भारत के करीब दस संस्थानों से लगभग 50 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। विभिन्न आईआईटी और एनआईटी के विशेषज्ञ नेटवर्क और संचार के क्षेत्र में विभिन्न शोध विषयों पर अपनी अपनी जानकारी सांझ करेंगे।
एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी, विभाग का अध्यक्ष डॉ नवीन चौहान, द्वितीय ई-एसटीसी आरटीएनसी-2023 के संयोजक डॉक्टर टीपी शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। डा नवीन चौहान ने कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग और विभाग में चल रही विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। डा नितिन गुप्ता और डा प्रियंका राठी ई-एसटीसी के समन्वयक हैं।
संकाय, अनुसंधान विद्वानों और अन्य छात्रों के लाभ के लिए प्रोफेसर सूर्यवंशी ने नेटवर्क और संचार के क्षेत्रों में अनुसंधान को गति देने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि यह क्लाउड कंप्यूटिंग, फॉग कंप्यूटिंग आदि पर आधारित विभिन्न अनुप्रयोगों के कार्यान्वयन के लिए रीढ़ है। उन्होंने शोधकर्ताओं से अनुसंधान क्षेत्र और ऐसे और अधिक कार्यक्रम में सहयोग करने का आह्वान किया।आयोजन पांच दिनों तक चलेगा जिसमें लैब सत्र सहित विभिन्न विषयों को शामिल किया जाएगा।
प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, निदेशक एनआईटी उत्तराखंड, डा अरिजीत रॉय आईआईटी पटना, डा शुभंकर इमैनुएल एमएनआईटी जयपुर, प्रोफेसर मयंक दुवे एनआईटी कुरुक्षेत्र, डा अजय गुलेरिया आईआईटी दिल्ली, प्रोफेसर हर्ष वर्मा एनआईटी जालंधर, प्रोफेसर अजय शर्मा, निदेशक, एनआईटी दिल्ली और डा नवीन चौहान, डा कमलेश दत्ता और डा टीपी शर्मा इसमें अपने विचार रखेंगे।

हमीरपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में नेटवर्क और संचार में हालिया रुझान पर एक सप्ताह तक चलने वाले लघु अवधि पाठ्यक्रम का शुभारंभ हुआ।इस आयोजन में भारत के करीब दस संस्थानों से लगभग 50 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। विभिन्न आईआईटी और एनआईटी के विशेषज्ञ नेटवर्क और संचार के क्षेत्र में विभिन्न शोध विषयों पर अपनी अपनी जानकारी सांझ करेंगे।
एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी, विभाग का अध्यक्ष डॉ नवीन चौहान, द्वितीय ई-एसटीसी आरटीएनसी-2023 के संयोजक डॉक्टर टीपी शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। डा नवीन चौहान ने कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग और विभाग में चल रही विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। डा नितिन गुप्ता और डा प्रियंका राठी ई-एसटीसी के समन्वयक हैं।
संकाय, अनुसंधान विद्वानों और अन्य छात्रों के लाभ के लिए प्रोफेसर सूर्यवंशी ने नेटवर्क और संचार के क्षेत्रों में अनुसंधान को गति देने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि यह क्लाउड कंप्यूटिंग, फॉग कंप्यूटिंग आदि पर आधारित विभिन्न अनुप्रयोगों के कार्यान्वयन के लिए रीढ़ है। उन्होंने शोधकर्ताओं से अनुसंधान क्षेत्र और ऐसे और अधिक कार्यक्रम में सहयोग करने का आह्वान किया।आयोजन पांच दिनों तक चलेगा जिसमें लैब सत्र सहित विभिन्न विषयों को शामिल किया जाएगा।
प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, निदेशक एनआईटी उत्तराखंड, डा अरिजीत रॉय आईआईटी पटना, डा शुभंकर इमैनुएल एमएनआईटी जयपुर, प्रोफेसर मयंक दुवे एनआईटी कुरुक्षेत्र, डा अजय गुलेरिया आईआईटी दिल्ली, प्रोफेसर हर्ष वर्मा एनआईटी जालंधर, प्रोफेसर अजय शर्मा, निदेशक, एनआईटी दिल्ली और डा नवीन चौहान, डा कमलेश दत्ता और डा टीपी शर्मा इसमें अपने विचार रखेंगे।
