यूपी को जैविक और प�?राकृतिक खेती का हब बनाने की दिशा में बढ़ रही सरकार
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लखनऊ (आई�?�?न�?स)| उत�?तर प�?रदेश में प�?राकृतिक, जैविक खेती का हब बनाने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। सरकार की मंशा है कि लोगों को विषम�?क�?त खेती से बचाया जा सके। इसका �?क मात�?र विकल�?प है विषम�?क�?त जैविक खेती। �?सी खेती जो गो आधरित हो। जिसमें किसी तरह के रासायनिक उर�?वरकों �?वं जहरीले कीटनाशकों की जरूरत न हो। �?सा संभव है। जापान के प�?रसिद�?ध कृषि वैज�?ञानिक मासानोव फ�?क�?ओका 100 साल पहले इसे साबित कर च�?के हैं। उनके म�?ताबिक लंबे समय के प�?रयोग की वजह से हमारे खेतों को उर�?वरकों की आदत पड़ गई है। कीटनाशक डालने से कीटों में उनके प�?रति प�?रतिरोधी क�?षमता विकसित हो गई है। आप उर�?वरक न डालि�?। खेत क�?छ समय के लि�? रूठकर मान जा�?ंगे। फसलें धीरे-धीरे कीटों �?वं रोगों के प�?रति प�?रतिरोधी क�?षमता विकसित कर लेंगी। यह स�?थाई �?वं शाश�?वत हरित क�?रांति होगी।
अभी हाल ही में �?क कार�?यक�?रम में योगी ने प�?राकृतिक खेती का जिक�?र करते ह�?�? कहा, राज�?य सरकार प�?राकृतिक खेती को प�?रोत�?साहित करने के लि�? नियोजित प�?रयास कर रही है। अंतरराष�?ट�?रीय मानकों के अन�?रूप जैविक और प�?राकृतिक उत�?पादों के सत�?यापन के लि�? सभी मंडल म�?ख�?यालयों पर टेस�?टिंग लैब स�?थापित करा�? जा�?ं। चरणबद�?ध रूप से कृषि विज�?ञान केंद�?रों पर टेस�?टिंग लैब स�?थापित कि�? जा�?ं। इस कार�?य को शीर�?ष प�?राथमिकता के साथ पूरा किया जा�?।
दरअसल म�?ख�?यमंत�?री उत�?तर प�?रदेश को जैविक खेती के लिहाज से भारत का हब बनाना चाहते हैं। इसकी खासी संभावना भी है।
कृषि विशेषज�?ञ मानते हैं कि जिस इंडो गैंजेटिक बेल�?ट का श�?मार द�?नियां की उर�?वरतम भूमि में होता है, इसका अधिकांश हिस�?सा उत�?तर प�?रदेश में ही आता है। वर�?षपयर�?ंत बहने वाली गंगा, यम�?ना, सरयू जैसी नदियां और हर तरह की खेतीबाड़ी के लि�? उपय�?क�?त 9 तरह की जलवाय�? के कारण उत�?तर प�?रदेश �?सा करने में सक�?षम है। इस बाबत लगातार प�?रयास भी जारी हैं।
इन प�?रयासों के क�?रम में हाल ही में प�?रदेश के कृषि मंत�?री सूर�?य प�?रताप शाही ने कहा कि प�?रदेश सरकार किसानों को अधिक से अधिक लाभ पह�?चाने के उद�?देश�?य से राज�?य के 70 जिलों में 11,0000 हैक�?टेयर से अधिक क�?षेत�?रफल में प�?राकृतिक खेती का कार�?य प�?रारम�?भ करने जा रही है।
उल�?लेखनीय है कि उत�?तर प�?रदेश में जैविक खेती के लि�? भरपूर ब�?नियादी स�?विधा�?ं पहले से मौजूद है। सरकार इन स�?विधाओं में लगातार विस�?तार भी कर रही है। मसलन जैविक खेती का म�?ख�?यालय नेशनल सेंटर फॉर ऑर�?गेनिक फॉमिर�?ंग (�?नसीओ�?फ) गाजियाबाद में स�?थित है। देश की सबसे बड़ी जैविक उत�?पादन कंपनी उत�?तर प�?रदेश की ही है। यहां प�?रदेश के �?क बड़े हिस�?से में अब भी परंपरागत खेती की परंपरा है। गंगा को प�?रदूषण म�?क�?त करने के लि�? इसके किनारों पर जैविक खेती की संभावनाओं को और बढ़ा देती है। 2017 के जैविक खेती के क�?ंभ के दौरान भी �?क�?सपर�?ट�?स ने गंगा के मैदानी इलाकों को जैविक खेती के लि�? आरक�?षित करने की संस�?त�?ति की गई थी।
जैविक खेती को लोकप�?रिय बनाने के लि�? योगी-1 से ही प�?रयास जारी हैं। इसके तहत योगी-1 में जैविक खेती के क�?लस�?टर�?स बनाकर किसानों को जैविक खेती से जोड़ा गया। तीन वर�?ष के लक�?ष�?य के साथ 20 हेक�?टेयर के �?क क�?लस�?टर से 50 किसानों को जोड़ा गया। प�?रति क�?लस�?ट सरकार तीन साल में 10 लाख र�?प�? प�?रशिक�?षण से लेकर ग�?णवत�?तापूर�?ण कृषि निवेश उपलब�?ध कराने पर खर�?च करती है।
जैविक उत�?पादों के परीक�?षण के लि�? �?क प�?रयोगशाला लखनऊ में क�?रियाशील है। मेरठ और वाराणसी में काम प�?रगति पर है। पिछले दो वर�?षों के दौरान 35 जिलों में 38,703 हेक�?टेयर क�?षेत�?रफल पर जैविक कृषि परियोजना को स�?वीकृति दी जा च�?की है। इसके लि�? 22,86,915 किसानों को प�?रशिक�?षण दिया जा च�?का है। जैविक खेती के प�?रति लोग जागरूक हों। इस बाबत 16 दिसंबर 2021 में कृषि विभाग वाराणसी में 22 जनवरी 2020 को चंद�?रशेखर आजाद कृषि �?वं प�?रौद�?योगिकी विश�?वविद�?यालय कानप�?र में नमामि गंगे योजना के तहत कार�?यशाला और प�?रदेश के पांच कृषि विश�?विद�?यालयों, कृषि विज�?ञान केंद�?रों (केवीके), कृषि प�?रबन�?धन संस�?थान रहमान खेड़ा पर जैविक खेती के प�?रदर�?शन के पीछे भी सरकार का यही मकसद रहा है।
योगी-2 में जैविक खेती को प�?रोत�?साहन देने के लि�? जो लक�?ष�?य रखा है उसके अन�?सार गंगा के किनारे के सभी जिलों में 10 किलोमीटर के दायरे में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा�?गा। ब�?ंदेलखंड के सभी जिलों में गो आधारित जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा�?गा। इससे इस पूरे क�?षेत�?र में निराश�?रित गोवंश की समस�?या हल करने में मदद मिलेगी। प�?रदेश के हर ब�?लॉक में जैविक खेती को विस�?तार दिया जा�?गा। �?से उत�?पादों का अलग ब�?रांड स�?थापित करना, हर मंडी में जैविक आउटलेट के लि�? अलग जगह का निर�?धारण किया गया है।
सरकार का लक�?ष�?य अगले पांच साल में प�?रदेश के 3,00,000 क�?षेत�?रफल पर जैविक खेती का विस�?तार करते ह�?�? 7,50,000 किसानों को इससे जोड़ने की है।
ऑर�?गेनिक फॉमिर�?ंग �?सोसि�?शन ऑफ इंडिया की ओर से 9 से 11 नवंबर 2017 में जैविक खेती के प�?रोत�?साहन के लि�? इंडिया �?क�?सपो सेंटर �?ंड मार�?ट ग�?रेटर नो�?डा में जैविक कृषि क�?ंभ का आयोजन किया गया था। इसमें 107 देशों ने भाग लिया था। इससे मिले आंकड़ों के अन�?सार उस समय भारत के जिन प�?रम�?ख राज�?यो में प�?रमाणित जैविक खेती होती थी उनमें राजस�?थान, महाराष�?ट�?र, मध�?यप�?रदेश, जम�?मू कश�?मीर, छत�?तीसगढ़ और आंध�?रप�?रदेश के बाद उत�?तर प�?रदेश का नंबर सातवां था। प�?रदेश में जैविक खेती का क�?ल रकबा 1,01,459 हेक�?टेयर था। तबसे अब तक म�?ख�?यमंत�?री योगी आदित�?यनाथ के मार�?ग दर�?शन में इसमें खासी प�?रगति हो च�?की है। जैविक क�?लस�?टर�?स को बढ़ावा देकर प�?रदेश सरकार 2021-2022 तक 95,680 हेक�?टर तक किया जा च�?का है। अगले पांच साल में जैविक खेती का रकबा बढ़ाकर क�?रमश: 3,00,000 हेक�?टेयर करने का है।
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