उचाना में छात्राओं से छेड़छाड़ केस को लेकर हुई महापंचायत

जींद। उचाना के एक स्कूल में प्राचार्य द्वारा छात्राओं के साथ छेड़छाड़ मामले में शुक्रवार को उचाना तहसील परिसर में महापंचायत हुई। इसकी अध्यक्षता संयुक्त अध्यक्ष मंडल आजाद पालवां, कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश रेढू, माजरा खाप के प्रधान गुरविंद्र संधू समेत दूसरे प्रतिनिधियों ने की। महापंचायत में खापों के अलावा कई किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और सर्वसम्मति से 3 प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें बार एसोसिएशन से अनुरोध किया जाएगा कि आरोपी प्राचार्य को वकील मुहैया नहीं करवाया जाए। आरोपी प्राचार्य के साथ इस मामले में संलिप्त स्टाफ या दूसरे कर्मचारी और राजनीतिक संरक्षण देने वाले बड़े नेता को भी गिरफ्तार किया जाए। पुलिस कार्रवाई में रही खामियों को ठीक करते हुए इस मामले का केस मजबूत बनाया जाए। अगर इन प्रस्तावों पर अमल नहीं किया जाता है तो प्रदेशभर की खापों की बैठक बुलाकर बड़ा फैसला लिया जाएगा।

पंचायत दौरान आजाद पालवां ने कहा कि प्राचार्य ने जहां पर भी नौकरी की वहीं से आरोपी को बाहर निकाला गया। स्कूलों में ड्यूटी दौरान आरोपी प्राचार्य के खिलाफ शिकायतें आईं लेकिन बड़े नेता के दबाव के कारण शिकायतों को दबा दिया गया। कायदे से जिस भी अध्यापक या प्राचार्य की छवि साफ-सुथरी हो उसे ही कन्या स्कूल में ड्यूटी पर लगाना चाहिए। एफ.आई.आर. दर्ज होने के बावजूद भी प्राचार्य के खिलाफ कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। छात्राओं द्वारा शिकायत भेजे जाने के बाद भी माह तक मामला दबा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल में निरीक्षण किया और खामियां मिलीं, उसी समय प्राचार्य को गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। महापंचायत की मांग है कि सहयोगी स्टाफ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।