कस्टम गेट से हटेगा बिजली कंपनी का दफ्तर, ढाई किमी दूर जाएगा

इंदौर: शिवपुरी शहर के कस्टम गेट पर स्थित बिजली कंपनी का दफ्तर अब यहां से खाली होकर आईटीआई शिवपुरी के पास बने नए भवन में शिफ्ट होगा. सिंधिया स्टेट के समय में बने कस्टम गेट की दीवारों में से पेड़-पौधे निकलकर बड़े हो गए. कंडम हो चुके भवन में काम करना बिजली कंपनी स्टाफ के लिए खतरा है, तथा यह पूरा स्ट्रक्चर कंडम घोषित हो चुका है. ऐसे में अब आमजन को अपनी बिजली की समस्या को दूर करवाने के लिए ढाई किमी की दूरी तय करनी पड़ेगी.
अभी तक बिजली कंपनी का शहर में सबसे पुराना दफ्तर कस्टम गेट और दूसरा माधव चौक पर स्थित चाबीघर है. कस्टम गेट पर बिजली के बिल तो जमा होते ही हैं, साथ ही यहां पर बिजली कंपनी के प्रबंधक बैठने के साथ-साथ मीटर बदलने एवं नए मीटर लगवाने की प्रक्रिया भी इसी दफ्तर से संचालित होती है. इस तरह कीशिकायतों को दूर कराने के लिए शहरवासियों को अधिक दूर न जाते हुए बाजार आकर ही यह काम हो जाया करते थे. सुबह-शाम यहां अधिकारी के बैठने से लोगों को अपनी समस्या दूर कराने के लिए यदि – चक्कर भी लग जाते थे, तो अधिक फर्क नहीं पड़ता था.

खंडहर ऑफिस में घुस चुके हैं चोर : कस्टम गेट पर स्थित बिजली कंपनी के दफ्तर के कमरे भी खंडहर हो चुके हैं. इनमें से बरसात के दिनों पानी टपकता है, बल्कि पिछले दिनों चोर भी बिजली कंपनी के दफ्तर में घुस चुके हैं. यह बिल्डिंग इतनी खंडहर हो चुकी है कि कस्टम गेट की दीवारों में कई जगह पत्थर भी बाहर निकल आए तथा चूना भी निकल चुका है, जिससे दीवारों में गहरे गेप हो गए हैं. भवन खंडहर हो जाने से अब इसमें ऑफिस का संचालन खतरनाक है, इसलिए उसे खाली कराने का नोटिस भी दिया गया है.