न�?माइश के साथ अभूतपूर�?व अन�?भव
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हैदराबाद: “उन�?नत तकनीक के साथ, मोबाइल फोन पर ऑर�?डर क�?लिक करें और सामान दरवाजे तक पह�?ंच सकता है। लेकिन, हम न�?माइश में विभिन�?न संस�?कृतियों, भोजन की आदतों और उन चीजों को खरीदने का अन�?भव खो देंगे जो हमें पसंद हैं और सराहना करते हैं,” हरीश राव ने कहा , प�?रदर�?शनी सोसायटी के मानद अध�?यक�?ष। उन�?होंने मंत�?रियों महमूद अली, श�?रीनिवास यादव, वेम�?ला प�?रशांत रेड�?डी और अन�?य के साथ रविवार को हैदराबाद के नामपल�?ली प�?रदर�?शनी मैदान में अखिल भारतीय औद�?योगिक प�?रदर�?शनी (न�?माइश) -82 का उद�?घाटन किया।
उन�?होंने वहां लगे स�?टालों का दौरा किया और विभिन�?न राज�?यों के उत�?पादों की जांच की। बाद में उन�?होंने न�?माइश में टॉय ट�?रेन में सफर किया। इससे पहले आयोजित उद�?घाटन समारोह में बोलते ह�?�? उन�?होंने कहा कि हैदराबाद न�?माइश हर न�? साल में लोगों की जीवनशैली का हिस�?सा बन गया है। उन�?होंने हमें सामाजिक ज�?ड़ाव खो�? बिना न�?माइश जाने के शानदार अन�?भव का आनंद लेने के लि�? कहा। कन�?याक�?मारी से जम�?मू-कश�?मीर तक, विभिन�?न राज�?यों के व�?यापारी प�?रदर�?शनी में आते हैं और स�?टॉल लगाते हैं, और प�?रदर�?शनी मैदान विभिन�?न प�?रकार के पारंपरिक उत�?पादों के स�?टालों के साथ �?क मिनी-भारत की याद दिलाता है। �?क लंबे इतिहास के साथ, हैदराबाद न�?माइश को द�?निया के व�?यापारिक समूहों में से �?क कहा जाता है।
मंत�?री हरीश राव ने ख�?लासा किया कि महिला सशक�?तिकरण के लि�? समर�?थन
प�?रत�?येक वर�?ष प�?रदर�?शनी के माध�?यम से होने वाली आय से शिक�?षा विकास के लि�? प�?रदान किया जा रहा है। उन�?होंने कहा कि समाज के तत�?वावधान में 19 शिक�?षण संस�?थानों को वित�?त पोषित किया जा रहा है और लगभग 30 हजार लोगों को ग�?णवत�?तापूर�?ण शिक�?षा प�?रदान की जा रही है। वे विशेष रूप से महिला शिक�?षा को बढ़ावा देने के लि�? शिक�?षण संस�?थान चलाकर महिला सशक�?तिकरण का समर�?थन कर रहे हैं।
उन�?होंने याद दिलाया कि न केवल हैदराबाद में बल�?कि निर�?मल जैसे दूरदराज के इलाकों में भी शिक�?षण संस�?थान श�?रू कि�? ग�? हैं और बह�?त से लोगों को शिक�?षित किया जा रहा है। उन�?होंने कहा कि लगभग दो हजार शिक�?षण और गैर-शिक�?षण कर�?मचारी कार�?यरत हैं और हर साल लगभग दस हजार लोगों को प�?रत�?यक�?ष और अप�?रत�?यक�?ष रूप से रोजगार उपलब�?ध कराया जा रहा है. यहां पढ़ने वाले छात�?र विदेशों में उच�?च पदों पर हैं और उनसे अन�?रोध है कि वे समाज को मजबूत करने के लि�? आगे आ�?ं। गृह मंत�?री महमूद अली ने कहा कि प�?रदर�?शनी से होने वाली आय को शिक�?षा पर इस तरह खर�?च किया जा�?गा जैसा देश में कहीं और नहीं किया जाता।
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