�?स�?ससी के प�?रश�?नपत�?रों में बदलाव मांगा गया है
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शिक�?षक और छात�?र �?कज�?ट होकर मांग कर रहे हैं कि शिक�?षा विभाग �?स�?ससी सार�?वजनिक परीक�?षा के प�?रश�?नपत�?रों में बदलाव करे। संघ में, उनका कहना है कि चूंकि प�?रश�?नपत�?रों की संख�?या 11 से घटाकर 6 कर दी गई है, इसलि�? प�?रश�?नपत�?रों के पैटर�?न में बदलाव होगा और इसलि�? अधिक विकल�?प दि�? जाने चाहि�?। क�?ल अंक 100 होंगे। इसलि�? तेलंगाना स�?टेट यूनाइटेड टीचर�?स फेडरेशन ने सरकार से प�?रश�?न पत�?र के प�?रत�?येक खंड के तहत अधिक विकल�?प प�?रदान करने और सीबी�?सई परीक�?षाओं की तरह हर दूसरे दिन परीक�?षा आयोजित करने के लि�? कहा है।
टी�?स यूटी�?फ के अध�?यक�?ष और सचिव, के जांगैया और चावा रवि ने क�?रमशः कहा कि औसत और औसत से नीचे के छात�?रों को प�?रश�?नपत�?रों का नया पैटर�?न कठिन लगेगा। अपनी पहली सार�?वजनिक परीक�?षा देने वाले छात�?रों को ध�?यान में रखते ह�?�? प�?रश�?न पत�?र तैयार कि�? जाने चाहि�?। शिक�?षकों ने कहा, अभी तक प�?रत�?येक विषय में दो पेपर देने की प�?रथा थी। �?से में छात�?रों को न�? पैटर�?न में �?क और दो सेक�?शन के तहत चॉइस दी जानी चाहि�? और 2 और 3 अंकों वाले सवालों के जवाब देने के लि�? भी 30 फीसदी च�?वाइस दी जानी चाहि�?।
इसी प�?रकार, प�?रश�?नपत�?र के तीसरे खंड में जहां छात�?रों को निबंधात�?मक प�?रश�?न लिखने होंगे, प�?रश�?नों की संख�?या छह से घटाकर चार कर दी जानी चाहि�?। भौतिक �?वं जैविक विज�?ञान की परीक�?षा�?ं �?क ही दिन की बजाय अलग-अलग दिन होनी चाहि�?। तेलंगाना मान�?यता प�?राप�?त स�?कूलों के प�?रबंधन संघ (TRSMA) ने भी इस म�?द�?दे पर राज�?य की शिक�?षा मंत�?री सबिता इंद�?रा रेड�?डी को �?क प�?रतिनिधित�?व प�?रस�?त�?त किया। �?क निजी स�?कूल के दसवीं कक�?षा के छात�?र शेषगिरी ने कहा: “�?स�?ससी पब�?लिक परीक�?षा के लि�? म�?श�?किल से तीन महीने बचे हैं, म�?�?े नहीं पता कि मैं कैसे स�?कोर करने जा रहा हूं। मैं सम�?ता हूं कि इस बार कम विकल�?प होंगे और वह भी केवल लंबे प�?रश�?नों के लि�?।”
दसवीं कक�?षा के �?क अन�?य छात�?र अर�?ण रेड�?डी ने कहा, “कम पसंद का मतलब है कि अच�?छे अंक हासिल करने के लि�? हमारे पास कम विकल�?प बचे रहेंगे। यह हमारे लि�? न�?कसानदेह होगा।” जीव विज�?ञान के शिक�?षक भास�?कर राठौड़ ने कहा कि पहले प�?रश�?न पत�?रों में पर�?याप�?त विकल�?प होते थे। अब, यह �?क ही पेपर है। इससे पहले, यदि किसी छात�?र को भाग 1 में कम अंक प�?राप�?त होते थे, तो उन�?हें भाग दो में अच�?छे अंक प�?राप�?त करने का मौका मिलता था। लेकिन अब सिंगल पेपर से यह संभव नहीं है। शिक�?षा विभाग ने �?क मॉडल प�?रश�?न पत�?र जारी किया था, लेकिन अभी भी शिक�?षकों और छात�?रों के बीच बह�?त भ�?रम है।”