केरल में पिछले साल 56 भ�?रष�?ट अधिकारियों को विजिलेंस ने पकड़ा था
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जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क। विजिलेंस �?ंड �?ंटी-करप�?शन ब�?यूरो ने पिछले साल भ�?रष�?ट सरकारी अधिकारियों के खिलाफ 47 ट�?रैप मामले दर�?ज कि�?- इतिहास में �?क कैलेंडर वर�?ष में �?ंटी-ग�?राफ�?ट �?जेंसी द�?वारा सबसे ज�?यादा। सबसे अधिक मामले स�?थानीय स�?वशासन और राजस�?व विभागों से रिपोर�?ट कि�? ग�? – प�?रत�?येक में 14। स�?वास�?थ�?य विभाग में सात मामले आ�?, जबकि पंजीयन विभाग में चार मामले आ�?। जल प�?राधिकरण और शिक�?षा विभाग के पास दो मामले थे, जबकि प�?लिस, नागरिक आपूर�?ति, के�?सईबी और कानूनी मेट�?रोलॉजी ने �?क-�?क मामले में योगदान दिया।
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निदेशक �?डीजीपी मनोज अब�?राहम द�?वारा जारी सतर�?कता वार�?षिक आंकड़ों के अन�?सार, सबसे अधिक ट�?रैप मामले दक�?षिण केरल में दर�?ज कि�? ग�?, 14, जबकि उत�?तरी केरल में �?से 13 मामले देखे ग�?। 2021 में विजिलेंस ने ट�?रैप के 30 मामले दर�?ज कि�?। 2022 में, सतर�?कता अधिकारियों द�?वारा रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद 56 सरकारी कर�?मचारियों को गिरफ�?तार किया गया था।
�?ंटी-ग�?राफ�?ट �?जेंसी ने भी पिछले साल 1,715 छापे मारे, जिसमें औसतन 4.7 मामले प�?रति दिन थे, जो �?जेंसी के इतिहास में सबसे ज�?यादा है। छापेमारी मोटर वाहन, सामान�?य शिक�?षा, स�?थानीय स�?वशासन, उच�?च माध�?यमिक, स�?वास�?थ�?य, निबंधन, राजस�?व, लोक निर�?माण �?वं सार�?वजनिक वितरण विभाग के कार�?यालयों में की गयी. पिछले साल विभाग ने 1,019 छापे मारे थे। भ�?रष�?ट अधिकारियों की सजा दर भी पिछले साल बढ़ी है। इस अवधि के दौरान कम से कम 75 लोगों को भ�?रष�?टाचार के आरोप में दोषी ठहराया गया, जो भ�?रष�?टाचार रोधी �?जेंसी के लि�? �?क रिकॉर�?ड भी है।
इस बीच, सतर�?कता अधिकारियों ने 88 मामलों में जांच की, जबकि 116 मामलों में ग�?प�?त जांच की गई। ट�?रिब�?यूनल जांच 9 मामलों में श�?रू की गई थी। 62 मामलों में जांच पूरी की गई और संबंधित अदालतों में चार�?जशीट दाखिल की गई। भ�?रष�?टाचार के 446 मामलों की प�?रारंभिक जांच की गई, जबकि विभाग द�?वारा 178 मामले दर�?ज कि�? ग�?।
�?ल�?सजी, राजस�?व विभाग शीर�?ष पर
अधिकांश मामले स�?थानीय स�?वशासन और राजस�?व विभागों से रिपोर�?ट कि�? ग�? – प�?रत�?येक में 14। स�?वास�?थ�?य विभाग में सात मामले आ�?, जबकि पंजीयन विभाग में चार मामले आ�?।