पानी भरे गड्ढे में डूबने से मजदूर की गई जान, नहाने के दौरान हुई घटना
बिहार | थाना क्षेत्र की पौराम पंचायत के वार्ड 13 रजौली निवासी राम बाबू महतो (32) की मौत की दोपहर गड्ढे में नहाने के दौरान डूबने से हो गयी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि राम बाबू मजदूरी करके घर लौटने के दौरान पौराम ढाला से उत्तर गड्ढे में नहाने के लिए गया था. वहां पैर फिसल जाने के कारण वह गहरे पानी में डूब गया. आसपास के लोगों ने उसे गड्ढे से लौटता नहीं देख हल्ला किया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे गड्ढे से निकालकर स्थानीय पीएचसी ले गए. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
बताया जाता है कि मृतक को दो पुत्र और चार पुत्रियां हैं. इनमें अरुण कुमार महतो (13), मीना कुमारी (11), सरस्वती कमारी (10), रिंकी कुमारी (9), पार्वती कुमारी (6) तथा अमरजीत कुमार (2) शामिल हैं. घटना के बाद मृतक की पत्नी मंजू देवी एवं बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल है. वहीं गांव के लोग चिंतित हैं कि इन छोटे-छोटे बच्चों की परवरिश कैसे होगी. राम बाबू मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता था. इधर, पूर्व प्रमुख सूर्यबली झा ने प्रशासन से अविलंब मृतक के परिवार को सहायता राशि देने की मांग की है.
खाना बनाने के दौरान कपड़े में लगी आग, मौत
खाना बनाने के दौरान एक महिला की साड़ी में अचानक आग लग गई. जब तक परिजनों व पड़ोसियों ने आग पर काबू पाया तब तक महिला बुरी तरह झुलस चुकी थी. घटना मधुबनी जिले के खजौली थाने के कसमा-मनेर गांव में हुई. इसके बाद परिजनों ने खजौली पीएचसी से रेफर करने पर जख्मी महिला को डीएमसीएच इमरजेंसी में भर्ती कराया. वहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई. मृतका की पहचान कसमा-मनेर निवासी शत्रुघन सिंह की पत्नी सुमित्रा देवी (34) के रूप में हुई. सूचना मिलने पर बेंता ओपी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतका के देवर सत्यनारायण सिंह ने बताया कि बड़ा भाई शत्रुघन कर्नाटक में मजदूरी करता है जबकि भाभी गांव में चार बच्चों के साथ रहती थी.