एडिशनल एसपी श्वेता ने इकलौता बेटा खोया, क्यों गिरफ्तार हुआ नेता? जानें

लखनऊ: लखनऊ में ASP के बेटे की कार जान लेने वाले आरोपियों में शामिल मुख्य आरोपी सार्थक सिंह के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. बाराबंकी से गिरफ्तार किए गए सपा नेता रविंद्र सिंह पर साक्ष्य छुपाने और साक्ष्य मिटाने के आरोप हैं. गिरफ्तार किए जाने के बाद रविंद्र सिंह को जेल भेज दिया गया है.

सामने आया है कि घटना के बाद रविंद्र सिंह ने टक्कर मारने वाली कार को धुलवाकर खून के धब्बे मिटाए और डेंटिंग के लिए कार को छुपा दिया था. पुलिस ने जब रविंद्र सिंह से सार्थक के बारे में पूछताछ की तब भी उसने सच नहीं कबूल किया था. पुलिस ने पिता पुत्र सहित तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.
इस घटना को लेकर पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं थीं. डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद एसयूवी का पता लगाया गया था. इसके बाद दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया था. दोनों की पहचान सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा के रूप में हुई थी.
सार्थक के पिता रविंद्र सिंह बाराबंकी जिले के रामनगर में जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं. वहीं दूसरे आरोपी देवश्री के चाचा अंशुल वर्मा कानपुर में सराफा कारोबारी हैं. सार्थक एमिटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी व देवश्री रामस्वरूप से बीटेक की पढ़ाई कर रहा है. देवश्री उन्हीं की गाड़ी लेकर आया था. दोनों आरोपी कार रेस करना चाहते थे, इसी को लेकर सुबह उन्होंने कार दौड़ाई. उनमें होड़ लगी थी कि वे 150 की स्पीड से कार को दौड़ाएंगे. रिमांड पर लेकर की जाएगी आगे की कार्रवाई फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या के लिए सजा) और 279 (सार्वजनिक रास्ते पर लापरवाही से गाड़ी चलाना) के तहत केस दर्ज किया है.
बता दें कि 21, नवंबर की सुबह जनेश्वर मिश्र पार्क के पास ये पूरा हादसा पलक झपकते हुआ था. ASP श्वेता श्रीवास्तव अपने बेटे नामिश को कोच के साथ स्केटिंग का अभ्यास करवाने लाई थीं. जी-20 मार्ग पर श्वेता सड़क के दूसरी तरफ थीं. तभी शहीद पथ की ओर से आई तेज रफ्तार महिंद्रा एक्सयूवी 700 ने नामिश को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि नामिश कई फीट ऊपर उछला और फिर एसयूवी के बोनट पर गिरा. मगर चालक ने एसयूवी नहीं रोकी वह नामिश को रौंदते हुए फरार हो गया. एसयूवी की बाईं ओर की हेडलाइट टूट गई थी और उसका बोनट धंस गया था. इधर, नामिश खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था.