इनदोर : उज्जैन में बनी ढाई सौ मीटर लंबी सुरंग, महाकाल के दर्शन कर सकेंगे आठ लाख भक्त


250 करोड़ की लागत से तैयार हुए महाकाल लोक-2 का लोकार्पण आचार संहिता लगने से पहले कराने की तैयारी प्रशासन ने की। है, हालांकि महाकाल लोक का 80 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है, लेकिन 5 अक्टूबर को उसका लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।
�महाकाल लोक में छह सौ कारों की पार्किंग के अलावा अन्नक्षेत्र और यूनिटी माॅल सहित अन्य कार्यों का लोकार्पण होना है। मंदिर परिसर में ढाई सौ मीटर लंबी सुरंग बनाई गई है जो सीधे गर्भगृह के दाई तरफ खुलेगी। त्योहार और सिंहस्थ के समय इस सुरंग से भक्त दर्शन के लिए आ सकेंगे। कुल 30 लाइनों के माध्यम से महाकाल के दर्शन की व्यवस्था हो जाएगी और आसानी से आठ से दस लाख लोग मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन 80 हजार से एक लाख लोग दर्शन के लिए आ रहे है। त्योहारों के समय यह संख्या दो से ढाई लाख हो जाती है तो दर्शन व्यवस्था गड़बड़ा जाती है। इसे देखते हुए मंदिर में भूमिगत सुरंग बनाई गई है, जो मंदिर के पीछे से खुलेगी और दर्शन के बाद दूसरी तरफ से भक्तों की भीड़ को मंदिर के बाहर कर सकेंगे। सुरंग में एक साथ 12 कतारें लग सकती है।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकाल लोक के दूसरे चरण की तैयारी पूरी है, हमने मंदिर में भविष्य की जरुरतों को देखते हुए काम किए है। महाकाल लोक में पार्किंग की क्षमता बढ़ाई है और त्रिवेणी गेट से भक्तों की एंट्री को सुगम किया है। रुद्र सागर में एक ब्रिज भी बनाया जा रहा है, हालांकि उसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। अनुभूति वन और तपोवन का निर्माण भी किया गया है। इसके अलावा एक पुराने स्कूल को हेरिटेज होटल में बदला गया है।
एक लाख लोगों के भोजन की क्षमता का अन्नक्षेत्र
महाकाल लोक के दूसरे चरण में 20 करोड़ की लागत से भोजनशाला भी तैयार की गई है। जिसमें एक साथ तीन हजार लोग भोजन कर सकेंगे और दिनभर में एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था होगी। अन्नक्षेत्र भक्तों के लिए निशुल्क होगा। अन्नक्षेत्र में माह में एक बार दाल बाफले भी बनाए जा सकेंगे।

250 करोड़ की लागत से तैयार हुए महाकाल लोक-2 का लोकार्पण आचार संहिता लगने से पहले कराने की तैयारी प्रशासन ने की। है, हालांकि महाकाल लोक का 80 प्रतिशत काम ही पूरा हो सका है, लेकिन 5 अक्टूबर को उसका लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।
�महाकाल लोक में छह सौ कारों की पार्किंग के अलावा अन्नक्षेत्र और यूनिटी माॅल सहित अन्य कार्यों का लोकार्पण होना है। मंदिर परिसर में ढाई सौ मीटर लंबी सुरंग बनाई गई है जो सीधे गर्भगृह के दाई तरफ खुलेगी। त्योहार और सिंहस्थ के समय इस सुरंग से भक्त दर्शन के लिए आ सकेंगे। कुल 30 लाइनों के माध्यम से महाकाल के दर्शन की व्यवस्था हो जाएगी और आसानी से आठ से दस लाख लोग मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन 80 हजार से एक लाख लोग दर्शन के लिए आ रहे है। त्योहारों के समय यह संख्या दो से ढाई लाख हो जाती है तो दर्शन व्यवस्था गड़बड़ा जाती है। इसे देखते हुए मंदिर में भूमिगत सुरंग बनाई गई है, जो मंदिर के पीछे से खुलेगी और दर्शन के बाद दूसरी तरफ से भक्तों की भीड़ को मंदिर के बाहर कर सकेंगे। सुरंग में एक साथ 12 कतारें लग सकती है।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि महाकाल लोक के दूसरे चरण की तैयारी पूरी है, हमने मंदिर में भविष्य की जरुरतों को देखते हुए काम किए है। महाकाल लोक में पार्किंग की क्षमता बढ़ाई है और त्रिवेणी गेट से भक्तों की एंट्री को सुगम किया है। रुद्र सागर में एक ब्रिज भी बनाया जा रहा है, हालांकि उसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। अनुभूति वन और तपोवन का निर्माण भी किया गया है। इसके अलावा एक पुराने स्कूल को हेरिटेज होटल में बदला गया है।
एक लाख लोगों के भोजन की क्षमता का अन्नक्षेत्र
महाकाल लोक के दूसरे चरण में 20 करोड़ की लागत से भोजनशाला भी तैयार की गई है। जिसमें एक साथ तीन हजार लोग भोजन कर सकेंगे और दिनभर में एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था होगी। अन्नक्षेत्र भक्तों के लिए निशुल्क होगा। अन्नक्षेत्र में माह में एक बार दाल बाफले भी बनाए जा सकेंगे।
