कर्म अगर अच्छे होगे तो भगवान भी तुम्हारा बाल बांका नहीं कर सकता है: महासती प्रितीसुधा


भीलवाड़ा। अहिंसा भवन शास्त्रीनगर मे महासती प्रितीसुधा ने श्रध्दांलूओ को सम्बोधित करते हुए कहा की कर्म अगर अच्छे है तो भगवान भी तुम्हारा बाल बांका नहीं कर सकता है। कर्म किसी को भी नहीं बख्शते है। भोगने ही पड़तें है इन कर्मो ने भगवान को नहीं बख्सा फिर साधारण इंसान की क्या औकात है वह पाप कर्म करके बच जाएगा। संसार मे प्रत्येक मनुष्य को अपने -अपने कर्मो के हिसाब से फल भोगना ही पड़ता है कर्म परछाई की तरह है जैसा हम करते वैसा हमे भोगना पड़ेगा। आज नही तो कल जब कर्म उदय मे आते है कर्मो का सूत सही भूगतान करना पड़ेगा। जब तक मनुष्य के सम्पूर्ण कर्मो क्षय नहीं हो जातें है तब तक आत्मा को सदगिती और मोक्ष नहीं मिलने वाला है। अहिंसा भवन के मुख्य मार्ग दर्शक अशोक पोखरना अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल ने बताया इस दौरान साध्वी संयमसुधा के 21 उपवास के साध्वी उमराव कंवर से प्रत्याख्यान लिए । साध्वी संयम के तपस्या के उपलक्ष्य मे चंदन बाला महिला मंडल के द्वारा अहिंसा भवन मे चौबीसी का आयोजन रखा गया जिसमें बड़ी संख्या मे बहनों के साथ महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल,रजनी सिंघवी,मंजू पोखरना,संजूलता बाबेल उमा आंचलिया,वनिता बाबेल सुनिता झामड़,मंजू बापना ,अंजना सिसोदिया वन्दना लोढ़ा , सुमित्रा सिंघवी आदि महिला पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। चौबीसी मे भाग लेने वालो को मधु चौधरी सरिता चौधरी तथा छट रस के छत्तीस दिन तक की तपस्या करने वालो को ललित नीता बाबेल की तरफ से प्रभावना दी गई। निलिष्का जैन ने जानकारी देते हुए बताया की साध्वी संमय सुधा के साता अनूसार उग्र तपस्या करने की भावना है। आज 21 उपवास है।

भीलवाड़ा। अहिंसा भवन शास्त्रीनगर मे महासती प्रितीसुधा ने श्रध्दांलूओ को सम्बोधित करते हुए कहा की कर्म अगर अच्छे है तो भगवान भी तुम्हारा बाल बांका नहीं कर सकता है। कर्म किसी को भी नहीं बख्शते है। भोगने ही पड़तें है इन कर्मो ने भगवान को नहीं बख्सा फिर साधारण इंसान की क्या औकात है वह पाप कर्म करके बच जाएगा। संसार मे प्रत्येक मनुष्य को अपने -अपने कर्मो के हिसाब से फल भोगना ही पड़ता है कर्म परछाई की तरह है जैसा हम करते वैसा हमे भोगना पड़ेगा। आज नही तो कल जब कर्म उदय मे आते है कर्मो का सूत सही भूगतान करना पड़ेगा। जब तक मनुष्य के सम्पूर्ण कर्मो क्षय नहीं हो जातें है तब तक आत्मा को सदगिती और मोक्ष नहीं मिलने वाला है। अहिंसा भवन के मुख्य मार्ग दर्शक अशोक पोखरना अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल ने बताया इस दौरान साध्वी संयमसुधा के 21 उपवास के साध्वी उमराव कंवर से प्रत्याख्यान लिए । साध्वी संयम के तपस्या के उपलक्ष्य मे चंदन बाला महिला मंडल के द्वारा अहिंसा भवन मे चौबीसी का आयोजन रखा गया जिसमें बड़ी संख्या मे बहनों के साथ महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल,रजनी सिंघवी,मंजू पोखरना,संजूलता बाबेल उमा आंचलिया,वनिता बाबेल सुनिता झामड़,मंजू बापना ,अंजना सिसोदिया वन्दना लोढ़ा , सुमित्रा सिंघवी आदि महिला पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। चौबीसी मे भाग लेने वालो को मधु चौधरी सरिता चौधरी तथा छट रस के छत्तीस दिन तक की तपस्या करने वालो को ललित नीता बाबेल की तरफ से प्रभावना दी गई। निलिष्का जैन ने जानकारी देते हुए बताया की साध्वी संमय सुधा के साता अनूसार उग्र तपस्या करने की भावना है। आज 21 उपवास है।
