मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय संचारी रोग नियंत्रण अभियान की बैठक सम्पन्न

अलीगढ़। मण्डलायुक्त रविन्द्र की अध्यक्षता में सोमवार को कमिश्नरी सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की मण्डलीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। मण्डलायुक्त ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लगभग एक पखवाड़ा होने को है, परन्तु धरातल पर कार्य परिलक्षित नहीं हो रहे हैं। मण्डल के चारो जनपदों की स्थिति संतोषजनक नहीं है। उन्होंने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि स्वास्थ्य, नगर निगम एवं पंचायतीराज विभाग आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें, अन्यथा की स्थिति में कड़ी कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ेगा। मण्डलायुक्त ने कहा कि नगरीय एवं देहाती क्षेत्रों में सफाई एवं जलभराव निस्तारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लोगों की जागरूकता के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां इस प्रकार से संचालित की जाएं कि उनमें संचारी रोग नियंत्रण के प्रति समझ विकसित हो सके। मण्डलायुक्त ने अलीगढ़ में नुमाइश मैदान के आसपास तीन स्थानों पर हुए जलभराव को नगर स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल प्रभाव से दूर करने के निर्देश देते हुए कहा कि शहर में किसी भी स्थान पर जलभराव की कोई सूचना प्राप्त होती है तो उसे अविलम्ब दूर किया जाए। उन्हांेंने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि विद्यालयों में रोगों से बचाव और रोकथाम के लिए छात्र-छात्राओं से संवाद स्थापित कर उन्हें समझाया जाए कि मलेरिया, चिकनगुनिया एवं अन्य वैक्टर वॉर्न डिजीज उनकी अनदेखी से ज्याया फैलती है।

उन्होंने कहा कि पशु बाड़ों एवं सुअर बाड़ों को आबादी से दूर स्थापित कर व्यापक साफ-सफाई व्यवस्था की जाए। शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियों की कटाई कराई जाए। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सहयोगी विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को बीमारी के बारे में समझाया जाए, जिससे संचारी रोगों से लोगों को ग्रसित होने से सुरक्षित रखा जा सके। बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त सर्वेश चन्द्र, एडी हैल्थ डा0 साधना राठौर, सीएमओ अलीगढ़ डा0 नीरज त्यागी समेत सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।जिलाधिकारी अलीगढ़ इन्द्र विक्रम सिंह ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा में निर्देशित किया कि किसी भी वार्ड या गॉव में 1-2 केस मिलने पर ही तत्काल एंटी लार्वा एक्टिविटी एवं फॉगिंग की जाए। उन्होंने कहा कि यह अभियान ऐसा है कि इसमें कई विभागों का सहयोग अपेक्षित है जिनमें शिक्षा एवं बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के ऊपर जागरूकता की एवं पंचायतीराज, स्वास्थ्य, नगर निगम के ऊपर प्रभावी कार्यवाही की जिम्मेदारी है। ऐसे में संवादहीनता की स्थिति को दरकिनार करते हुए आपसी सामंजस्य से कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में प्रत्येक क्लासरूम में विद्यार्थियों को अपने घरों एवं आसपास पानी ठहराव रोकने के प्रति जागरूक किया जाए।