थैलीसीमिया ग्रसित बच्चों का सहारा बन रही है रिलीफ सोसायटी

भीलवाड़ा। थैलीसीमिया रिलीफ सोसाइटी के तत्वावधान में शहर एवं आस पास के क्षेत्रों से समागत थैलीसीमिया ग्रषित बच्चों की विशेष बैठक एवं मैजिक शो स्थानीय कांची रिसोर्ट में आयोजित किया गया। संस्था के महासचिव गौतम दुगड़ ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुवात बालाजी मंदिर के महंत आशुतोष शर्मा के मंत्रोच्चार से हुई जिसमे संस्था की चेयरपर्सन एकता ओस्तवाल, ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ अनिल लढ़ा, डॉ.राजेश छापरवाल दिव्या बांगड़, चंदा पोरवाल, आशु भदादा, प्रीति गट्टानी एवं तरंग जैन, रितु चोरड़िया ने दीप प्रज्ज्वलन किया। थैलीसीमिया रोग न केवल रोगी के लिए कष्टदायक होता है बल्कि सम्पूर्ण परिवार के लिए कष्टों का सिलसिला लिए रहता हैं। सोसायटी की चेयरपर्सन एकता ओस्तवाल ने बताया कि अब तक प्राप्त आकंड़ों के मुताबिक भीलवाड़ा मे लगभग 130 से भी अधिक बच्चे इस बीमारी से पीड़ित है। थैलिसीमिया रोगियों की देखरेख, मदद एवं सहायता हेतु शहर में थैलिसीमिया रिलीफ सोसाइटी ठोस कार्य कर रही है। सोसायटी रोगियों के लिए डिसएबिलिटी कार्ड, चिरंजीवी कार्ड, सहित मरीजों को अलग से डायरी बनवाकर उपलब्ध करवाने में सहयोग कर रही है।

जिससे इन सभी बच्चों को सरकार द्वारा प्राप्त योजनाओं का लाभ मिल सके। कार्यक्रम में रोग से ग्रसित आस पास के क्षेत्रो से लगभग 38 बच्चों सहित उनके परिवारजन भी उपस्थित थे। बच्चों के मनोरंजन हेतु रोचक मैजिक शो रखा गया जिसका सभी बच्चों ने आनंद लिया। साथ ही सभी बच्चों का जन्मोत्सव भी मनाया गया। थेलिसिमिक मरीजों को नियमित ब्लड चढ़ाने में ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ. अनिल लढा एवं रक्तवीर विक्रम दाधीच का विशेष सहयोग मिल रहा है एवं दवाइयां भी निःशुल्क दी जा रही है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश छापरावाल ने सोसायटी द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन महासचिव गौतम दुगड़ ने किया एवं आभार तरंग जैन ने किया। इस अवसर पर नारायण सोडाणी का सहयोग रहा। यह रोग भविष्य में आगे नही बढ़े इस हेतु रोकथाम के प्रयास किये जायेंगे। सोसायटी थेलिसिमिक बच्चो के इलाज में सहयोगी बनकर कार्य कर रही है। जिसमे थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों में इस रोग संबंधी जागरूकता फैलाना, स्कूल, कॉलेज में छात्र, छात्राओं को रोग की जानकारी प्रदान करने हेतु कार्यशालाओं का आयोजन, शादी लायक लड़के लड़कियों का ब्लड टेस्ट करवाना, बोन मैरो ट्रांसप्लांट सहित थैलेसीमिया से बचने के लिए शादी से पहले लड़के और लड़की की स्वास्थ्य कुंडली मिलाने के प्रति जागरूक करना आदि उदेश्यों को लेकर संस्था कार्य कर रही है।