रिझ रंगरसिका रैली के साथ झारखंड आदिवासी महोत्सव का आगाज

रांची। विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 का आगाज रांची के बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में 9 अगस्त को हुआ। यह 10 अगस्त को भी जारी रहेगा। रिझ रंगरसिका रैली के साथ इस दो दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ हुआ। महोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत व अन्य ने किया। इस अवसर पर राज्य की विभूतियों को नमन किया गया। इस मौके पर ‘झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023’ पर डाक टिकट एवं 35 पुस्तकों का लोकार्पण भी हुआ। यह पुस्तक आदिवासी जीवन पर किए गए तमाम शोध कार्यों से संबंधित है। मुख्य अतिथि ने कहा कि सभी आदिवासी समुदाय की करीब-करीब एक ही संस्कृति है। अपने बच्चे को शिक्षित जरूर करें। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव आदिवासी समुदाय के एकता और आपसी भाईचारे को दर्शाता है। आने वाली हमारी पीढ़ी को अपनी संस्कृति और सभ्यता से जोड़कर रखने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आदिवासी समाज को स्वाभिमान के लिए एक साथ मिलकर रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासी महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम अपने आप में ऐतिहासिक एवं काफी बड़ा है। हर तरफ आदिवासी महोत्सव की धूम है, लेकिन इस खुशी में मणिपुर का दर्द भी झलक रहा है। उत्सव के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी महोत्सव हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जा रहा है। दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में आदिवासी संस्कृत सभ्यता, धरोहर कला, फिल्म आदि की अद्भुत झलकियां देखने को मिलेगी। इस आयोजन में कई राज्यों के आदिवासी आए हुए हैं।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस महान आदिवासी संस्कृति को आदर की दृष्टि से देखने की जरूरत है। हमें सिर्फ जंगल में रहने वाले गरीब के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। जंगल एवं मानव विकास की पूरी कहानी हमारे पूर्वजों के पास है। आज जरुरत है कि एक आम देशवासी के अन्दर आदिवासी समाज के प्रति संवेदना जगाई जाए। जरुरत है आम जन के अन्दर आदिवासी समाज के प्रति सम्मान एवं सहयोग की भावना पैदा करने की। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरी चाहत है कि विभिन्न आदिवासी समूहों के बीच परस्पर संवाद शुरू हो। आज जो हम विभाजित हैं, असंगठित हैं। यही कारण है कि मणिपुर के आदिवासी उत्पीड़न का विषय झारखंड के मुंडा लोगों का विषय नहीं बन पा रहा है। राजस्थान के मीणा भाई के दर्द को मध्य प्रदेश के भील अपना मान कर आगे नहीं आ रहे। झारखंड आदिवासी महोत्सव के पहले दिन का समापन शानदार लेजर शो के साथ हुआ l इस महोत्सव में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चम्पाई सोरेन, विधायक विनोद सिंह, विधायक जय मंगल सिंह, विधायक राजेश कच्छप, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल और मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत कई गणमान्य मौजूद थे।
