कासीर गांव से चोरी हुई पार्श्वनाथ की बेशकीमती मूर्ति पुलिस ने की बरामद, आरोपी फरार

टोंक। देवली थाना क्षेत्र के कासीर गांव के जैन मंदिर से चोरी पार्श्वनाथ की मूर्ति मंगलवार सुबह करीब 7 बजे खेत में 6 दिन बाद पड़ी मिली है। प्रतिमा का गर्दन का हिस्सा खंडित हो चुका है। देवली थाना अधिकारी भंवरलाल वैष्णव ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर हम मौके पर पहुंचे और मूर्ति को कब्जे में लेकर थाने में रखवा दिया है। इस मामले में पुलिस चोरों की तलाश कर रही है। बता दें, 29 अगस्त की रात चोरों ने मंदिर में घुसकर भगवान की वेदी पर चढ़कर नीलम की कीमती प्रतिमा चुरा ली थी। जिसकी ऊंचाई करीब डेढ़ फीट है। इस संबंध में चोरी का मामला दर्ज करवाया गया था। कासीर निवासी पारस जैन ने बताया कि यह प्रतिमा क़ासीर से कालानाड़ा मार्ग पर गांव से करीब 100 मीटर की दूरी पर खेत में पड़ी मिली है। यह खेत कासीर सरपंच शिवजीराम जाट का है। जहां रास्ते पर पत्थर डलवाने का काम किया जा रहा है। इस दौरान सुबह पहुंचे मजदूरों को सड़क के किनारे मूर्ति पड़ी दिखाई दी।
देवली में केमिस्ट एसोसिएशन ने जिला नारकोटिक्स अधिकारी पर मेडिकल दुकानदार से मारपीट और चौथ वसूली का आरोप लगाते हुए एसडीएम को ज्ञापन दिया। जिसमें बताया गया कि बीते 2 सितंबर को नारकोटिक्स अधिकारी नवरतन जाट तीन-चार गैर सरकारी लोगों के साथ टोंक में सोनेट मेडिकल पटेल सर्कल पर आए। जहां से दुकान मालिक गौरव सोनी को अपने साथ कृष्ण गेस्ट हाउस बंबोर रोड ले गए। जहां उससे मारपीट कर मोटी रकम मांगी और उसका पर्स छीन लिया। जिस पर कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया, लेकिन पुलिस ने आरोपियों को केवल शांतिभंग में गिरफ्तार किया। उनियारा राजकीय महाविद्यालय परिसर में राजस्थान मिशन 2030 के अन्तर्गत निबन्ध प्रतियोगिता का द्वितीय चरण आयोजन किया गया। कार्यक्रम संयोजक विशाल काटिया ने बताया कि इसमें 9 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने राजस्थान मिशन 2030 विषय पर निबन्ध लिखा। निबन्ध की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच डॉ. राजेश शर्मा ने की। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर हेमा सैनी, द्वितीय स्थान पर मैना धाकड़ एवं तृतीय स्थान पर अर्पिता धाकड़ रही।
