प्रदेश में केवल जयपुर में ही भेड़ियों, शेरों और बाघों को मिली डिजिटल पहचान

जयपुर: जयपुर में तारा, त्रिपुर और चम्पा को डिजिटल पहचान दी है। ये और कोई नहीं बल्कि नाहरगढ़ जैविक उद्यान में रहवास कर रहे नर शेर त्रिपुर और शेरनी तारा हैं। हाथीगांव में रह रही हथिनियों की पहचान के लिए माइक्रोचिप लगी है। प्रदेश में जयपुर स्थित नाहरगढ़ जैविक उद्यान एक मात्र बायोलॉजिकल पार्क है, जहां एनिमल्स को ये लगाई जाती हैं। 2012 में जयपुर चिड़ियाघर में पहली बार भेड़ियों को माइक्रोचिप लगाई थी ताकि इनका जेनेटिक डेटा बेस तैयार हो जा सके।

इन्हें इनब्रीडिंग से बचाया जा सके। एशियाटिक लॉयन में सफल प्रजनन के बाद साल 2017 में इन्हें भी माइक्रोचिप के साथ डिजिटल पहचान मिली। 2018 में बाघों में भी इसे लगाया। कहा जाए तो नाहरगढ़ जैविक उद्यान में इन को अलग पहचान मिली है।