छह साल की बच्ची में पोलियो के लक्षण

कुल्लू। जहां एक ओर भारत पोलियो मुक्त हो चुका है, तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में एक छह साल की बच्ची में पोलियो एएफपी के लक्षण पाए गए हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग में एकाएक एएफपी के लक्षण पाए जाने की सूरत में हडक़ंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम आनन फानन में कुल्लू जिला के हैल्थ ब्लॉक जरी से संबंध रखने वाले एरिया में पहुंची और स्कूल सहित आसपास के क्षेत्र में 15 साल की आयु तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई गई और बच्ची को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में दाखिल करवा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से दो सैंपल लेकर जांच के लिए कसौली स्थित लैब को भेजे जाएंगे। वहां पर दस दिनों के बाद रिपोर्ट आने पर ही पोलियो के लक्षण की पुष्टि होगी।

इस बारे में क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के सीएमओ एवं चाइल्ड स्पेशलिस्ट डाक्टर नागराज पवार का कहना है कि बच्चों की ओपीडी में वह रोजाना की भांति शनिवार को भी बच्चों का चेकअप कर रहे थे, तो उस समय जरी ब्लॉक के भुंतर के भूलंग गांव से संबंध रखने वाली छह साल एक माह की अनिका पुत्री लाल सिंह माता का नाम रामदेई खांसी जुकाम की दर्द से करराते हुए पहुंची और जब चिकित्सा उपचार के दौरान छह साल की बच्ची की टांग दवाई, तो उसे कोई भी दर्द महसूस नहीं हुआ। ऐसी सूरत में चिकित्सकों ने पोलियो के एएफपी के लक्षण होने की सूरत में बच्ची को अस्पताल में एडमिट कर लिया। उसके 24 घंटे के अंतराल में दो सैंपल लेकर आगामी कार्रवाई के लिए कसौली स्थित लैब को भेजने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है, जहां से दस दिन के बाद ही रिपोर्ट आने पर ही वस्तु स्थिति स्पष्ट होगी कि यह पोलियो का एएफपी लक्षण पॉजिटिव है या नेगेटिव। बहरहाल एकाएक इस तरह का केस आने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ गई है, तो वहीं दूसरी ओर पल्स पोलियो उन्मूलन भारत बनाने पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े होंगे हैं।